Sunday 13 December 2020

★★भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है क्या ?★★ नाथद्वारा मन्दिर मण्डल संविधान विरुद्ध है क्या ? धर्मनिरपेक्षता का मतलब है कि ◆धर्म का सरकार मे हस्तक्षेप न हो ! ◆धर्म व राष्ट्र अलग - अलग रहे ! ◆कानून सभी धर्मों के लोगों के लिए समान हो ! (१) भारत मे हिन्दू, मुसलमान व ईसाई के लिए अलग - अलग कानून है ! (२) सरकार का मन्दिरों पर नियन्त्रण है, किन्तु मस्जिद व चर्च पर कोई नियंत्रण नहीं है ! (३) अल्पसंख्यक व बहुसंख्यक समुदायों के लिए अलग - अलग कानून है ! (४) सरकार द्वारा हज यात्रा पर अनुदान दिया जाता है, किन्तु अमरनाथ यात्रा पर नहीं दिया जाता है ! इन चार बिन्दुओं से स्पष्ट है कि भारत के संविधान की प्रस्तावना मे उल्लेखित "धर्मनिरपेक्षता" की पालना सरकार द्वारा नहीं की गई है ! अतः स्पष्ट है कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र नहीं है ! या सरकार ही खुले तौर पर संविधान का उल्लंघन कर रही है ! नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन भी सरकार द्वारा कानून पारित करके श्रीनाथजी मन्दिर पर नियंत्रण स्थापित किया व इसके बोर्ड सदस्यों का निर्णय सरकार द्वारा लेना ! यह स्पष्ट करता है कि सरकार धर्म मे हस्तक्षेप करके संविधान का खुला उल्लंघन किया है व कर रही है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी एक बृजवासी - 13/12/2020 #dineshapna



















 

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