Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Monday 17 October 2022
विश्वास स्वरुपम् का लोकर्पण है, तो विश्वास जीते ! जनता का विश्वास व श्रीनाथजी का विश्वास जीते ! (१)शिव जी की विशाल मूर्ति बनाने के लिए दिल से धन्यवाद ! किन्तु जो नाम "विश्वास स्वरुपम्" रखा है और उसे लोगों को अर्पण कर रहे है तो आम आदमी को जानने को हक है कि उसके विश्वास के साथ धोखा तो नहीं हुआ है ! (२)आईकोनिक गेट बनाना, क्या यह कार्य आम आदमी के विश्वास के अनुरूप है ? (३)आईकोनिक गेट से आने जाने मे परेशानी है, पड़ोसी दुकानदारों को परेशानी है, गाडँन का जनता को फायदा नहीं है, पार्किंग की समस्या है ! तो क्या यह आम आदमी के साथ विश्वासघात है ? (४)इस आईकोनिक गेट की कीमत (एवज मे जमीन) वसूलने के बावजूद यह कार्य जनहित मे कैसे हो सकता है ? (५) आईकोनिक गेट के स्थान पर "आईकोनिक सर्कल" बनाया जाता तो उक्त कोई समस्या पैदा ही नहीं होती ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(213) #17/10/22 #dineshapna
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