Thursday 30 July 2020

■★■ श्रीनाथजी प्राकृट्य का गूढ़ रहस्य ? ■★■ ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ ◆गोस्वामी श्री योगेश कुमार जी के अनुसार ! ◆तिलकायत गोस्वामी श्री राकेश जी के अनुसार ! ◆एक बृजवासी महाप्रिय श्री सद्दू पाण्डे जी के अनुसार ! ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ ◆गोस्वामी श्री योगेश कुमार जी के अनुसार (सन् 1492) वि.सं. 1549 श्रावण सुद एकादशी - पवित्रा एकादशी को श्रीवल्लभाचार्य जी के समक्ष श्रीनाथजी का प्राकृट्य मध्यरात्री को हुआ ! जबकि श्रीवल्लभाचार्य जी का जन्म (सन् 1478) वि.सं.1535 को हुआ, इस अनुसार श्रीवल्लभाचार्य जी उस समय 14 वर्ष के थे ! ◆तिलकायत गोस्वामी श्री राकेश जी महाराजश्री की आज्ञानुसार मन्दिर मण्डल की वेबसाइट के अनुसार श्रीनाथजी के मुखारविंद का प्राकृट्य व श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य (सन् 1478) वि.सं. 1535 वैशाख कृष्ण एकादशी को हुआ ! महाप्रभु श्रीवल्लभाचार्य जी (सन् 1506) वि.सं. 1563 को महाप्रिय श्रीसद्दू पाण्डे जी के घर पधारे, तब श्रीसद्दू पाण्डे जी ने श्रीनाथजी के प्राकृट्य का वृत्तांत श्रीवल्लभाचार्य जी को सुनाया, दूसरे दिन श्रीसद्दू पाण्डे श्रीवल्लभाचार्य जी को गोवर्धन पर्वत लेकर गये व श्रीनाथजी से मिलन कराया ! उस समय श्रीवल्लभाचार्य जी की उम्र 28 वर्ष थी ! ◆श्रीनाथजी का प्राकृट्य (उध्व भुजा) (सन् 1409) वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - (नागपंचमी) को महाप्रिय श्रीसद्दू पाण्डे जी (सनाढ्य) को प्रथम दर्शन हुए ! ★★जयश्रीकृष्ण★★●★★श्रीकृष्णार्पण★★ ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ - दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 30/07/2020 #dineshapna www.dineshapna.blogspot.com






























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