Saturday 25 July 2020

★★★ - श्रीनाथजी प्राकृट्य का गूढ़ रहस्य - ★★★ "श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा ! "श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा ! ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ ◆सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी) श्रीनाथजी का प्राकृट्य (उध्व भुजा) । (श्रीसद्दू पाण्डे - सनाढ्य द्वारा प्रथम दर्शन व बृजवासीयो द्वारा प्रथम सेवा कार्य) ◆सन् 1478 (वि.सं 1535 - वैशाख कृष्ण एकादशी) श्रीनाथजी के मुखारविंद के दर्शन व श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य । (श्रीनाथजी के प्राकृट्य के 69 वर्ष बाद श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य) ◆सन् 1506 (वि.सं 1563) श्रीवल्लभाचार्य जी का श्रीसद्दू पाण्डे के घर आन्यौर पदार्पण व श्रीनाथजी से प्रथम मिलन । (97 वर्षों तक श्रीसद्दू पाण्डे व बृजवासीयो के द्वारा श्रीनाथजी की सेवा व पूजा व श्रीवल्लभाचार्य जी 28 वर्ष की उम्र मे बृज मे पधारे) ◆सन् 1519 (वि.सं 1576 - वैशाख शुक्ल तीज - अक्षय तृतीया) श्रीनाथजी का जतिपुरा मन्दिर मे पाटोत्सव । (13 वर्षों मे श्रीनाथजी का जतिपुरा मे नया मन्दिर) ◆सन् 1530 (वि.सं 1587 - आषाढ़ शुक्ल तीज, रविवार) श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन । (52 वर्ष की उम्र मे श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन) ◆सन् 1665 (वि.सं 1726 - आश्विन शुक्ल १५, शुक्रवार) श्रीनाथजी का बृज से प्रस्थान । (श्रीनाथजी 256 वर्ष तक बृज मे विराजे) ◆सन् 1672 - 20 फरवरी (वि.सं 1728 - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी - शनिवार) श्रीनाथजी का नाथद्वारा मन्दिर मे पाटोत्सव । (श्रीनाथजी को बृज से मेवाड़ पधारने मे 32 माह का समय लगा) ◆सन् 1959 - 28 मार्च (वि.सं 2016) नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन । (61 वर्ष पूर्व नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन, जिसमें बृजवासीयो को कोई स्थान नहीं !) ◆सन् 2019 - 2 अक्टूबर (वि.सं. 2076) श्रीनाथजी की प्रेरणा से सत्य, न्याय व सेवाधिकार के लिए आवाज - एक बृजवासी के द्वारा श्रीनाथजी की आज्ञा से ! ◆सन् 2020 (वि.सं.2077) > "श्रीनाथजी के प्राकृट्य" व श्रीसद्दू पाण्डे (सनाढ्य) व बृजवासीयो को प्रथम दर्शन व सेवा करते 611 वर्ष हुए ।> श्रीवल्लभाचार्य जी के "श्रीनाथजी से मिलन" को 514 वर्ष हुए । > श्रीनाथजी को नाथद्वारा पधारे 348 वर्ष हुए । > नाथद्वारा मन्दिर मण्डल बने 61 वर्ष हुए । ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ ● सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी) - 【611 वर्ष】 "श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा ! ● सन् 1506 (वि.सं 1563) - 【514 वर्ष】 "श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा ! ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ ★★जयश्रीकृष्ण★★◆★★श्रीकृष्णार्पण★★ ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆ - दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी - 25/07/2020 - नागपंचमी #dineshapna www.dineshapna.blogspot.com






2 comments:

  1. ★★★ - श्रीनाथजी प्राकृट्य का गूढ़ रहस्य - ★★★
    "श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा !
    "श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा !
    ◆◆◆◆◆◆>>>>>>>>>>>>>>>>>>>◆◆◆◆◆◆
    ◆सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी)
    श्रीनाथजी का प्राकृट्य (उध्व भुजा) ।
    (श्रीसद्दू पाण्डे - सनाढ्य द्वारा प्रथम दर्शन व बृजवासीयो द्वारा प्रथम सेवा कार्य)

    ◆सन् 1478 (वि.सं 1535 - वैशाख कृष्ण एकादशी) श्रीनाथजी के मुखारविंद के दर्शन व श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य ।
    (श्रीनाथजी के प्राकृट्य के 69 वर्ष बाद श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य)

    ◆सन् 1506 (वि.सं 1563)
    श्रीवल्लभाचार्य जी का श्रीसद्दू पाण्डे के घर आन्यौर पदार्पण व श्रीनाथजी से प्रथम मिलन ।
    (97 वर्षों तक श्रीसद्दू पाण्डे व बृजवासीयो के द्वारा श्रीनाथजी की सेवा व पूजा व श्रीवल्लभाचार्य जी 28 वर्ष की उम्र मे बृज मे पधारे)

    ◆सन् 1519 (वि.सं 1576 - वैशाख शुक्ल तीज - अक्षय तृतीया)
    श्रीनाथजी का जतिपुरा मन्दिर मे पाटोत्सव ।
    (13 वर्षों मे श्रीनाथजी का जतिपुरा मे नया मन्दिर)

    ◆सन् 1530 (वि.सं 1587 - आषाढ़ शुक्ल तीज, रविवार)
    श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन ।
    (52 वर्ष की उम्र मे श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन)

    ◆सन् 1665 (वि.सं 1726 - आश्विन शुक्ल १५, शुक्रवार)
    श्रीनाथजी का बृज से प्रस्थान ।
    (श्रीनाथजी 256 वर्ष तक बृज मे विराजे)

    ◆सन् 1672 - 20 फरवरी (वि.सं 1728 - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी - शनिवार)
    श्रीनाथजी का नाथद्वारा मन्दिर मे पाटोत्सव ।
    (श्रीनाथजी को बृज से मेवाड़ पधारने मे 32 माह का समय लगा)

    ◆सन् 1959 - 28 मार्च (वि.सं 2016)
    नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन ।
    (61 वर्ष पूर्व नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन, जिसमें बृजवासीयो को कोई स्थान नहीं !)

    ◆सन् 2019 (वि.सं. 2076)(02/10/2019)
    श्रीनाथजी की प्रेरणा से सत्य, न्याय व सेवाधिकार के लिए आवाज - एक बृजवासी के द्वारा श्रीनाथजी की आज्ञा से !

    ◆सन् 2020 (वि.सं.2077)
    > "श्रीनाथजी के प्राकृट्य" व श्रीसद्दू पाण्डे (सनाढ्य) व बृजवासीयो को प्रथम दर्शन व सेवा करते 611 वर्ष हुए ।> श्रीवल्लभाचार्य जी के "श्रीनाथजी से मिलन" को 514 वर्ष हुए ।
    > श्रीनाथजी को नाथद्वारा पधारे 348 वर्ष हुए ।
    > नाथद्वारा मन्दिर मण्डल बने 61 वर्ष हुए ।

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    ● सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी) - 【611 वर्ष】
    "श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा !
    ● सन् 1506 (वि.सं 1563) - 【514 वर्ष】
    "श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा !
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    - दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी
    - 25/07/2020 - नागपंचमी
    #dineshapna
    www.dineshapna.blogspot.com

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  2. - श्रीनाथजी प्राकृट्य का गूढ़ रहस्य -

    "श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा !
    "श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा !

    सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी)
    श्रीनाथजी का प्राकृट्य (उध्व भुजा) । (श्रीसद्दू पाण्डे - सनाढ्य द्वारा प्रथम दर्शन व बृजवासीयो द्वारा प्रथम सेवा कार्य)

    सन् 1478 (वि.सं 1535 - वैशाख कृष्ण एकादशी) श्रीनाथजी के मुखारविंद के दर्शन व श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य । (श्रीनाथजी के प्राकृट्य के 69 वर्ष बाद श्रीवल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य)

    सन् 1506 (वि.सं 1563) श्रीवल्लभाचार्य जी का श्रीसद्दू पाण्डे के घर आन्यौर पदार्पण व श्रीनाथजी से प्रथम मिलन । (97 वर्षों तक श्रीसद्दू पाण्डे व बृजवासीयो के द्वारा श्रीनाथजी की सेवा व पूजा व श्रीवल्लभाचार्य जी 28 वर्ष की उम्र मे बृज मे पधारे)

    सन् 1519 (वि.सं 1576 - वैशाख शुक्ल तीज - अक्षय तृतीया) श्रीनाथजी का जतिपुरा मन्दिर मे पाटोत्सव । (13 वर्षों मे श्रीनाथजी का जतिपुरा मे नया मन्दिर)

    सन् 1530 (वि.सं 1587 - आषाढ़ शुक्ल तीज, रविवार)
    श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन । (52 वर्ष की उम्र मे श्रीवल्लभाचार्य जी का देवलोक गमन)

    सन् 1665 (वि.सं 1726 - आश्विन शुक्ल १५, शुक्रवार)
    श्रीनाथजी का बृज से प्रस्थान ।
    (श्रीनाथजी 256 वर्ष तक बृज मे विराजे)

    सन् 1672 - 20 फरवरी (वि.सं 1728 - फाल्गुन कृष्ण सप्तमी - शनिवार) श्रीनाथजी का नाथद्वारा मन्दिर मे पाटोत्सव । (श्रीनाथजी को बृज से मेवाड़ पधारने मे 32 माह का समय लगा)

    सन् 1959 - 28 मार्च (वि.सं 2016) नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन । (61 वर्ष पूर्व नाथद्वारा मन्दिर मण्डल का गठन, जिसमें बृजवासीयो को कोई स्थान नहीं !)

    सन् 2019 - 2 अक्टूबर (वि.सं. 2076) श्रीनाथजी की प्रेरणा से सत्य, न्याय व सेवाधिकार के लिए आवाज - एक बृजवासी के द्वारा श्रीनाथजी की आज्ञा से !

    सन् 2020 (वि.सं.2077) "श्रीनाथजी के प्राकृट्य" व श्रीसद्दू पाण्डे (सनाढ्य) व बृजवासीयो को प्रथम दर्शन व सेवा करते 611 वर्ष हुए। श्रीवल्लभाचार्य जी के "श्रीनाथजी से मिलन" को 514 वर्ष हुए । श्रीनाथजी को नाथद्वारा पधारे 348 वर्ष हुए । नाथद्वारा मन्दिर मण्डल बने 61 वर्ष हुए ।

    सन् 1409 (वि.सं 1466 - श्रावण शुक्ल पंचमी - नागपंचमी) - 【611 वर्ष】"श्रीनाथजी प्राकृट्य व प्रथम दर्शन"- श्रीसद्दू पाण्डे द्वारा !
    सन् 1506 (वि.सं 1563) - 【514 वर्ष】"श्रीनाथजी से प्रथम मिलन" - श्रीवल्लभाचार्य जी द्वारा !

    जयश्रीकृष्ण - श्रीकृष्णार्पण

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