Tuesday 20 April 2021

★मन्दिर बचाना है तो श्रीकृष्ण बनो !★ हम सद्गुणों को अपनाये, किन्तु श्रीकृष्ण बनकर :- (१)क्षमा :- हम सभी को व हमेशा क्षमा करते रहते है और बाद मे नुकसान उठाते है, जो गलत है ! श्रीकृष्ण अपनो (शिशुपाल) की 100 गलतियों को माफ किया, उसके बाद नहीं ! दूसरों की भूलवश गलती को माफ की, जानबूझ कर की गई, गलती को नहीं ! (२)सम्मान :- हमें बड़ों का व धर्म नीति का हमेशा सम्मान करना चाहिए किन्तु यदि वह अन्याय पर हो तो विरोध भी करना चाहिए ! श्रीकृष्ण ने पितामह व गुरु द्रोणाचार्य का सम्मान किया व स्वयं धर्मनीति पर चले किन्तु जब उन्होंने अन्याय का साथ दिया तो युद्ध भी किया व अनीति का भी प्रयोग किया ! (३)अहिंसा :- हम सभी के साथ व हमेशा अहिंसा का पालन करते है और बाद मे नुकसान उठाते है, जो गलत है ! श्रीकृष्ण ने कहा है कि धर्म की रक्षा के लिए हिंसा करना भी श्रेष्ठ है ! उन्होंने सर्वप्रथम अहिंसा व शांति का मार्ग अपनाया किन्तु जब धर्म की रक्षा की बात आई, तो महाभारत भी किया ! यदि हमें हिन्दू मन्दिर व नाथद्वारा मन्दिर को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराना है व अन्याय करने वालों से मुक्त कराना है तो श्रीकृष्ण जैसे ◆क्षमा ◆सम्मान ◆अहिंसा का पालन करना है ! और जरूरत होने पर अपनो, बड़ों व गुरुओ से "धर्म युद्ध" करना होगा ! यदि कोई अन्याय/अनीति का सहारा लेता है, तो हमें भी "अनीति का सहारा" लेना होगा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #20/04/2021 #dineshapna





 

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