Wednesday 20 December 2017

★"पांच" इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, "पांच" बर्बादी के द्धार :: पांचवा – “अर्थव्यवस्था”★ ★ कॉर्पोरेट के कब्जे में अर्थव्यवस्था :: (जिसके कब्जे में अर्थव्यवस्था, उसके हाथ में सत्ता / सरकार) ★ DDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDDD ★अर्थव्यवस्था में देश के सम्पति, उत्पादन, व्यापार, श्रम, तकनीक व सामाजिक दायित्व सम्मलित होते है ! अतः सरकार का कर्तव्य है कि अर्थव्यवस्था को जनहित में प्रभावी व नियन्त्रित करे ! ★लोकतंत्र में “अर्थव्यवस्था” जनता के चुने हुवे जन प्रतिनिधि के हाथ में “ जनहित “ के लिए चाहिए ! किन्तु इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में अर्थव्यवस्था(1/3 जमीन, 2/3 प्राकृतिक संसाधन, 2/3 व्यापार, 2/3 उद्योग, 2/3 पूंजी ) कॉर्पोरेट (विदेशी / देशी) के कब्जे में होगी, जो अर्थव्यवस्था को “अपने मुनाफे के लिए” उपयोग व नियन्त्रित करेंगे! ★देश की अर्थव्यवस्था में धन (पूंजी व लोन) का 2/3 हिस्सा विदेशी कॉर्पोरेट का होगा, तो देश व देशवासियो को 2047 तक विदेशीयो का गुलाम बनाना तय है ! ★वर्तमान देश की अर्थव्यवस्था में, चुनाव में, बड़े घोटालो में, बैंक लोन लेने व लोन डीफॉल्टर में कॉर्पोरेट की 1/2 भागीदारी के साथ सत्ता / सरकार में हस्तक्षेप है ! किन्तु जब इंडस्ट्रियल कॉरिडोर में (विदेशी / देशी) कॉर्पोरेट होगे, तब 100 % भागीदारी के साथ सत्ता / सरकार में हस्तक्षेप होगा ! तब 2047 तक क्या हम आम आदमी व देश गुलाम नही होगा ? CA.Dinesh Sanadhya = 20.12.2017 www.dineshapna.blogspot.in





No comments:

Post a Comment