Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Monday 20 January 2020
■■बृजवासीयो ने सन् 1409 से श्रीनाथजी की वाम भुजा के प्राकृटय से आज तक श्रीनाथजी की सेवा व सुरक्षा का कार्य 611 वर्षो से कर रहे है !■■ ★बृजवासी श्रीनाथजी के "सखा" है ! ★बृजवासीयो ने ही "श्रीजी के प्राकृटय से 69 वर्ष तक सेवा व भोग" लगाते रहे ! सर्व प्रथम सद्दू पाण्डे व बृजवासीयो ने ही श्रीनाथजी की पूजा की ! ★श्री "वल्लभाचार्य जी का प्राकृट्य सन् 1478" को हुआ ! ●●●●अतः 69 वर्ष तक श्रीनाथजी की सेवा व सुरक्षा "केवल बृजवासीयो" ने ही कोई !●●●● ★बृजवासियों व सद्दू पाण्डे ने ही "श्री वल्लभाचार्य जी को श्रीजी के दर्शन कराये" व सन् 1519 को नये मन्दिर मे पाटोत्सव किया ! ★बृजवासीयो ने "अपनी सभी सम्पत्ति बृज मे छोड़ कर" श्रीनाथजी के साथ सन् 1672 को सिंहाड, नाथद्वारा आये ! जिन्होंने "त्याग किया", उन्हें "निर्णय का अधिकार" होना चाहिए ! ★बृजवासी नाथद्वारा मे श्रीनाथजी की सेवा व सुरक्षा गत 348 वर्षों से नाथद्वारा मे कर रहे है ! किन्तु जबसे टेम्पल बोडँ सन् 1959 मे बना है तब से बृजवासियों के अधिकार कम करके अन्य लोगों ने "कानूनी दाव पेच" लगाकर "बृजवासीयो को श्रीनाथजी से दूर" करने का प्रयास कर रहे है, जो गलत है ! ★अन्य लोगो ने "कानून का सहारा लेकर" बृजवासीयो को निर्णय लेने के अधिकार से दूर कर दिया ! ★बृजवासीयो ने ही ●●●●"औरगजेब व मुगलों"●●●● से श्रीनाथजी को बचाया, किन्तु अब पुनः समय आ गया कि इस ●●●● "कानूनी मकडज़ाल”●●●● से श्रीनाथजी व महाराज श्री को बचाना है , जो केवल बृजवासी ही बचा सकते है ! ★पिछले कुछ वर्षो से बोडँ श्रीजी की सम्पत्तियों की सुरक्षा करने के स्थान पर "लूटा रहे / बबाँद कर रहे /अनियोजित उपयोग कर" श्रीजी को नुकसान पहुंचा रहे है ! साथ मे बृजवासीयो को बेरोजगार बना रहे है ! ■■इसलिए बृजवासी चाहते है कि बोडँ के निर्माण कार्यों का "सामाजिक अंकेक्षण" किया जाये ! ■■यदि बोर्ड ने सभी निर्णय व निर्माण कार्य ईमानदारी से किये है तो उन्हें "सामाजिक अंकेक्षण" कराने से डर क्यों लग रहा है ? ■■यदि नियोजित तरीक़े से कार्य किया जाये तो मन्दिर की आय दुगुना होकर करीब 1000 बृजवासीयो को रोजगार मिल सकता है ! ■■बृजवासीयो को बोडँ मे "सदस्य बना कर निर्णय" लेने का अधिकार दे या वर्तमान बोडँ के निर्णयों की समीक्षा व "सामाजिक अंकेक्षण" का अधिकार मिलना ही चाहिए ! ■■इसके लिए हमें जागरूक हो, आवाज उठानी होगी, यह ही हमारी श्रीनाथजी की सच्ची सेवा होगी ! CA. Dinesh Sanadhya - 19/01/2020 www.dineshapna.blogspot.com
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