Thursday 13 February 2020

★श्रीनाथजी के प्राकृट्य से आज तक के समय को तीन काल खण्डों मे विभक्त किया !★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ■ स्वर्ण काल :- (1409 से 1531) ◆122 वर्ष तक◆ १-महाप्रिय श्री सद्दू पाण्डे जी , २-श्रीनाथजी के सखा बृजवासी, ३-महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी ★(किसी को गौण नहीं किया, सभी साथ - साथ) ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ■ रजत काल :- (1531 से 1959) ◆428 वर्ष तक◆ १-महाप्रिय श्री सद्दू पाण्डे जी के वंशज, २-श्रीनाथजी के सखा बृजवासी, ३-महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी के वंशज, ४-मेवाड़ के महाराणा जी ५- कोठारिया रावला ★( ●१- को गौण कर दिया) ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ■ कास्य काल :- (1531 से 2020 व निरन्तर) ◆61 वर्ष व निरन्तर◆ १-महाप्रिय श्री सद्दू पाण्डे जी के वंशज, , २-श्रीनाथजी के सखा बृजवासी, ३-महाप्रभु श्री वल्लभाचार्य जी के वंशज, ४-मेवाड़ के महाराणा जी ५-कोठारिया रावला ६-नाथद्वारा मन्दिर मण्डल के सदस्य ७-सरकार ★(●१- ●२- ●४- ●५- को गौण कर दिया) ★★【गौण किसने किया ? गौण क्यों किया ?】★★ CA.Dinesh Sanadhya - 13/02/2020 www.dineshapna.blogspot.com
































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