Thursday 27 February 2020

★आओ ! नेता से पहले इन्सान बने ! ★आओ ! राजनीति से पहले देशहित को समझे ! ★आओ ! गलत को गलत कहना सीखे, चाहे वह अपना ही क्यों नहीं हो ! ★आओ ! स्वार्थ से पहले न्याय व समान कानून की बात करें ! ★आओ ! कानून सभी के लिए समान रुप से लागू हो, चाहे आम या खास हो ! ★आओ ! आत्मसात करें - स्वर्गीय मैथिलीशरण गुप्त ने जब `जयद्रथ वध' नामक अपनी पुस्तक में लिखा "न्यायार्थ अपने बन्धु को दण्ड देना धर्म है" ! ★अमेरिका के सुपीम कोर्ट के सिंह द्वार पर स्पष्ट शब्दों में लिखा हुआ है कि `फियेट जस्टीसिया रूवेट कॉलम' जिसका हिन्दी अनुवाद होगा `न्याय किसी भी सूरत में होना चाहिए चाहे आसमान ही क्यों न गिर पड़े ? ■■■■श्री अरविन्द केजरीवाल ने जो उपरोक्त कहा गया , उसे करके बताया !■■■■ ■■■■इस प्रकार ही "राष्ट्र निर्माण" होगा , और हम सभी मिलकर करेंगे !■■■■ CA. Dinesh Sanadhya - 27/02/2020 www.dineshapna.blogspot.com













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