Thursday 5 March 2020

★श्रीनाथजी मन्दिर का हिसाब समय पर बोडँ के सामने रख नहीं सकते है, तो आय का सदुपयोग कैसे करेगे !★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ◆ वर्ष 2018-19 की आयकर रिटर्न भरने की अन्तिम तारीख 31/10/2019 है, जबकि बोडँ के सामने लेखाजोखा 11/01/2020 को रखकर, क्या खानापूर्ति करना चाहते है ! ◆ क्या बोडँ बैठक केवल खानापूर्ति या दिखावा है, जबकि बोडँ मे RAS, IAS, Big Businessman, Big Advocate होने के बावजूद रिर्टन भरने के बाद लेखाजोखा व फण्ड सेट एपार्ट का निर्णय दो माह बाद लिया जाता है ! ◆ जब बोडँ के सामने 31.16 करोड़ रु. की बचत बताई जाती है , दूसरी ओर सेवावालो व बृजवासीयो को "न्यूनतम मजदूरी" से भी कम वेतन दिया जाता है, और आवश्यक माँगो को धन की कमी का बहाना बनाकर टाला जाता है ! ◆ आय होती है :- श्रीनाथजी, बृजवासीयो व वैष्णवों के कारण, जबकि आय का ज्यादातर उपयोग ही नहीं, लूट की जाती है :- बडे कर्मचारीयो, बडे व सक्षम लोगो व नेताओ / अफसरो द्वारा ! CA. Dinesh Sanadhya - 05/03/2020 www.dineshapna.blogspot.com



























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