Sunday 29 March 2020

★#कोरोना मे #अपनो से निकटता :: किन्तु #सामाजिक दूरीया !★ ★#पांचवा दिन - #यथार्थ ज्ञान★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (२१) #कोरोना के कारण घर पर ही रहने से "अपनो से निकटता" बढी, क्योंकि 24 घण्टे घर पर ही रहना है ! आज से पहले कभी नौकरी/व्यापार/पढाई/घुमने जाने की मजबूरी/बहाना था ! (२२) #कोरोना के कारण घर से बाहर जाना मना है तो "सामाजिक मेलजोल बन्द" है ! इस कारण मजबूरी मे "अपनो से निकटता" बढी है ! (२३) #कोरोना के कारण, हम अपने "संस्कारों के निकट" आ रहे है ! क्योंकि हमे मन से या मजबूरी से "रामायण व महाभारत" देखनी पड रही है ! इस बहाने हम अपने "बच्चों को भी अच्छे संस्कार" दे पा रहे है ! (२४) #कोरोना के डर व कामकाज से छुट्टी के कारण हम "अपने ईश्वर/अल्लाह/गोड के निकट" आ रहे है ! यह निकटता अच्छी है, चाहे यह मजबूरी मे ही क्यों न हो ? (२५) भगवान जो करता है अच्छे के लिए ही करता है, इसमें भगवान की कोई मर्जी छुपी होगी ? हम सकारात्मक सोचे व घर के अन्दर ही रहे ! ■शेष कल ......... 16 दिनों तक लगातार ........…. #dineshapna मजबूरी मे बना, मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 29/03/2020








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