Wednesday 25 March 2020

★ #कोरोना हमारा #गुरु :: उसका #ज्ञान शुरू !★ ★ #प्रथम दिवस - #यथार्थ ज्ञान ★ ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ (१) कोरोना ने मिलाया हमारे अपनो से (अपने परिवार के साथ रहने, उनसे भर पेट बाते करने, अपने मन मे झाकने, अपने ईश्वर को याद करने का समय दिया) जो हमें अपने ईश्वर से मिलाये, वह ही सच्चा गुरु है ! (२) अपना परिवार ही अपना होता है बाकी अन्य सब बेकार ! और जो बेकार है, उनसे दूरी भी बनानी चाहिए ! चाहे वह अपना दोस्त हो, अपना स्टाफ हो, अपना व्यापार हो, अपने रिश्तेदार हो, अपने नेता हो, अपनी पार्टी हो, अपने अधिकारी हो व अपनी सम्पत्ति भी क्यों न हो ! (३) अपना घर अपना होता है, बाकी सब पराया, जिसे छोडना ही पडता है ! चाहे वह अपनी दुकान हो, अपना आँफिस हो, अपनी गली व सडक हो, अपनी कार हो, अपना हेलीकॉप्टर हो, अपना काँम्पलेक्स हो, अपनी शिव मूर्ति हो, अपना मन्दिर हो, अपनी मस्जिद, गुरुद्वारा या चर्च हो ! (४) हम संसार मे बाहर व्यर्थ ही भटकते है और उन्हें भ्रम वंश उसे ही अपनी दुनिया समझते है, जबकि हकीकत यह है कि अपना घर, अपना परिवार, चार रोटीयाँ व अपना ईश्वर ही पिछले 5 दिनों से अपने है और आगे 21 दिनों तक अपने रहेंगे ! यदि इन 26 दिनों मे हम यह यथार्थ समझ जाये तो हमारे अन्दर स्थित लोभ, मोह, ईष्र्या, द्वेष, अन्धी दौड, बेईमानी सभी समाप्त हो जायेगी ! (५) घर मे व अपनो से प्यार व जीवन मिलता है और बाहर निकले तो लताड़ व डण्डे मिलते है ! ■ शेष कल........... 20 दिनों तक लगातार ......... #dineshapna मजबूरी मे बना मजबूत यथार्थ ज्ञानी - 25/03/2020













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