Tuesday 15 September 2020

बिजली मे वसूली जा रही दुगुनी कीमत ! बीजेपी व कांग्रेस दोनों की है बडी हिम्मत ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>2>>>>>>>>>>>>>●●●● बिजली की दुगुनी से भी ज्यादा कीमत जनता से वसूली जा रही है जिसके लिए बीजेपी भी जिम्मेदार है क्योंकि उसके पिछले कार्यकाल मे कीमतें भी बढाई व कई करोड़ों रुपयों के घोटाले भी किये, जिसमें से 300 करोड़ रुपये का घोटाला आम आदमी पार्टी ने उजागर किया जिस पर न तो FIR हुई और न ही CAG के द्वारा आँडिट किया गया ! इसके बाद कांग्रेस भी पीछे रहने वाली कहाँ है ? उसनें भी घोटालों के साथ बिजली के बिलों मे दरो मे वृद्धि के साथ पाँच तरीकों से शुल्क वसूलना शुरू कर दिया ! जो उपभोक्ता अधिनियम व मानवता के विरुद्ध है ! कोरोना संकट मे बिल कम करने के स्थान पर दरो व शुल्कों मे वृद्धि कर बिजली के बिल दुगने कर दिये ! ★◆★बिजली लूट की पडताल !★◆★ (१)बिजली खर्च (दर) :- बिजली कम्पनी के द्वारा बिजली 2-55 रु. औसत दर से खरीदी जा रही है, जबकि 6.50 रु. व ज्यादा दर से बेची जा रही है, जो लूट है ! जबकि अन्य राज्यों की बिजली दरे 3.00 रु. से 5.50 रु. तक है ! यदि सभी राज्यों की औसत दर भी मानी जाये तो वह 4.75 रु. होती है ! (२)स्थाई शुल्क :- जब बिजली कम्पनी केवल बिजली डिस्ट्रीब्यूटर का कार्य कर रही है व पूरी बिजली की दरे वसूल की जा रही है, तो स्थाई शुल्क की कोई आवश्यकता नहीं है ! (३)अन्य :- बिजली कम्पनी अन्य के नाम से गुमनाम तरीकों से अतिरिक्त शुल्क वसूल रही है, जो गलत है ! (४)विद्धुत शुल्क :- बिजली कम्पनी जब विद्धुत की कीमत वसूल रही है, तो विद्धुत शुल्क के नाम से दुबारा वसूली क्यों ? यह गलत है ! (५)नगरीय उपकर :- जब नगरपालिका / नगरपरिषद जनता से साफ सफाई, रोड, नाली व लाईट का कार्य है व उसके लिए करोड़ों रुपयों का बजट है, तो नगरीय उपकर के नाम से रोड लाईट का पैसा क्यों वसूला जा रहा है ? (६)अन्य देय :- बिजली कम्पनी ने वर्तमान बिल के साथ बिना स्पष्टीकरण के अन्य देय के नाम से राशि वसूली जा रही है, जो गलत है ! इस प्रकार बिजली कम्पनी बिजली की कीमत वसूलने के साथ पाँच अन्य प्रकार से शुल्क वसूल रही है ! अतः ◆बिजली दर से (ज्यादा वसूली) 25% ◆पाँच प्रकार के शुल्क से (ज्यादा वसूली) 25% कुल 50% ज्यादा वसूली हो रही है अर्थात दुगुनी कीमत ! ★★★★★★★-:उदाहरण :-★★★★★★★ सितंबर माह 2020 का (788 युनिट का बिल) क्र. विवरण कम्पनी बिल। To be बिल (१)बिजली खर्च :- 5418/- 3743/- (२)स्थाई शुल्क :- 690/- Nil (३)अन्य :- 408/- Nil (४)विद्धुत शुल्क :- 315/- Nil (५)नगरीय उपकर :- 118/- Nil (६)अन्य देय :- 123/- Nil TOTAL. 7073/- 3743/- इस प्रकार जनता से बिजली बिल के नाम पर करीब दुगुनी राशि वसूली जा रही है ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● इंजीनियर दिवस - 15/09/2020 पर विशेष ! बिजली के बिल मे इंजीनियरिंग है या जादूगरी ! ●●●●>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>>●●●● दिनेश सनाढ्य - जिलाध्यक्ष - आम आदमी पार्टी, राजसमन्द - 15/09/2020















 

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