Sunday 8 August 2021

सावन मे आनंद की अनुभूति करें ! !७! शिव की पूजा करें ! शिव से सीखें ! ★श्रेष्ठ परिवार प्रमुख में सबसे पहला गुण यह होना चाहिये कि वह अपने सुख से अधिक अपने आश्रितों के सुख की चिन्ता करे और इसके निमित्त त्याग करे । मनुष्य के जीवन में तीन वस्तुएँ सर्वाधिक आवश्यक है – रोटी, कपड़ा और मकान । भगवान शिव ने इन तीनों ही चीजों की समस्त सुविधाएं अपने परिवार को देकर, स्वयं सात्विक जीवन अपनाया है । उन्होंने परिवार के लोगों के लिये नाना प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजनों, बहुमूल्य वस्त्रों और भव्य भवनों की व्यवस्था की है । उनका अपना आहार बना आक, धतूरा, बिल्वपत्र, वस्त्र बना बाघम्बर और निवास स्थान बनी श्मशान भूमि । ★जिस परिवार में दिन रात कलह मची हो, ईर्ष्या, द्वेष, वैर, स्पर्धा का बोल बाला हो, वह परिवार नर्क बन जाता है । स्वर्ग वहाँ है जहाँ एकता, प्रेम और शांति हो । अब देखो न, शिव का वाहन बैल, उमा का वाहन सिंह, शिव का कण्ठहार सर्प, श्री गणेश का वाहन मूषक और कार्तिक का वाहन मयूर । सब आपस में एक दूसरे के पुश्तैनी जानी दुश्मन है । मगर वाह रे शिव का प्रताप ! सबको प्रेम और एकता के ऐसे धागे में बाँध रखा है कि वे आपस में हिलमिल कर रहते हैं । सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #08/08/2021 #dineshapna










 

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