Thursday 19 August 2021

★शिव पुराण - १- (सात दिन)★ (★आनंद ले ! ★आत्मसात करें !) (26/07/2021 से 01/08/2021) (१)सावन के प्रधान देवता शिव है ! स्वयं विष पीकर, विश्व की भलाई करें ! (२)जीवन मे पूरा आनंद ले ! किन्तु अन्याय का नाश भी करे ! (३)अपनो के रक्षार्थ किसी से भी युद्ध करने को तैयार रहे ! आराध्य से सम्मान के साथ संघर्ष करें ! (४)कभी बुराई या नाइंसाफी बर्दाश्‍त न करें ! भौतिक चीजों के पीछे न भागे ! (५)नकारात्‍मक माहौल को हावी मत होने दें ! शांतचित्‍त होकर आगे बढ़ें ! (६)जुनून विनाश की ओर ले जाता है ! आत्‍मनियंत्रण सफलता की कुंजी ! (७)अपने घमंड को काबू में रखें ! हर चीज सिर्फ कुछ क्षण के लिए ! ★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★ शिव पुराण -२- (सात दिन) (★संकल्प करें ! ★कर्म करें !) (02/08/2021 से 08/08/2021) (१)अपनी पत्‍नी का सम्‍मान करें ! शिव से सीख सकते हैं नृत्‍यकला भी । (२)मृत्यु के सत्य को हमेशा याद रखें । प्रेम से दिया, सभी स्वीकार करें । (३)शिव देवता और असुर दोनों के प्रिय । शिव का विरोधाभासिक परिवार है, तो भी एकता । (४)मनुष्य के लिए सबसे बड़ा धर्म है सत्य बोलना या सत्य का साथ देना और सबसे बड़ा अधर्म है असत्य बोलना या उसका साथ देना । मनुष्य को अपने हर काम का साक्षी यानी गवाह खुद ही बनना चाहिए, चाहे फिर वह अच्छा काम करे या बुरा । (५)सर्वमान्य और सर्वोचित निर्णय ठण्डे दिमाग से ही लिये जा सकते हैं । शिव ने कुरीतियों का बहिष्कार करने, दीन हीनों, सेवक दासों को प्रेम और आदर प्रदान करे । (६)मनुष्य को मन, वाणी और कर्मों से पाप करने की इच्छा नहीं करनी चाहिए । मनुष्य की तृष्णा यानि इच्छाओं से बड़ा कोई दुःख नहीं ! (७)श्रेष्ठ परिवार प्रमुख में सबसे पहला गुण हो कि वह अपने सुख से अधिक अपने आश्रितों के सुख की चिन्ता करे और इसके निमित्त त्याग करे । जिस परिवार में दिन रात कलह मची हो, ईर्ष्या, द्वेष, वैर, स्पर्धा का बोल बाला हो, वह परिवार नर्क बन जाता है । स्वर्ग वहाँ है जहाँ एकता, प्रेम और शांति हो । सीए. दिनेश सनाढ्य -19/08/2021 -dineshapna



 

No comments:

Post a Comment