Monday 20 December 2021

★विकास ऐसा हो, जिससे व्यवधान पैदा न हो ! ★★विकास ऐसा हो, जिसमें धन/जमीन बबार्द न हो ! ★★★विकास ऐसा हो, जिससे आमजन को फायदा हो ! नाथद्वारा मे कुछ विकास कार्य हुए है उसके लिए विकासकर्ता को धन्यवाद ! किन्तु उक्त विकास कार्यों के "ऊपर का तथ्य" व "अन्दर का सत्य" के बीच विरोधाभास क्यों है ? अतः आमजन को यह अधिकार है कि वह विकास कार्यों के "अन्दर का सत्य" जाने ! (५) बनाओ, तोड़ो व पुनः बनाओ ! (यह है विकास) :- ◆नाथद्वारा मे सड़क बनाई जाती हैं व कुछ ही महिनों / वर्षों मे पुनः तोड़ी जाती है, कभी कभी तो दूसरे दिन ही तोड़ी जाती है, तथा बाद मे पुनः वहीं सड़क बनाई जाती है ! नेता/अधिकारी उसको "विकास" कहते है ! किन्तु हकीकत मे यह धन की बबार्दी व जनता के लिए यह परेशानी है ! ◆"बड़ा बाजार स्कूल" बनाई गई, अभी अच्छी हालत मे होने के बावजूद तोड़ी जाती है तथा पुनः वहीं नई स्कूल बनाई जाती है और 12 करोड़ रुपये बबार्द करके, कहा जाता है कि यही "विकास" है ! अब ऐसा ही विकास "हाई स्कूल, फौज मोहल्ला" का किया जा रहा है ! ◆पायेगा काँटेज की अच्छी स्थिति मे होने के बावजूद, उसे तोड़कर, पुनः उसी जगह "वल्लभ विलास" करोड़ों रुपये खर्च करके बनाया जाता है, उसे "विकास" कहा जाता है ! ◆गाँधी पार्क, अन्य चौराहे, अन्य गाडँन, रोड़ लाईट, हाई मास्क लाईट, लालबाग बस स्टैण्ड आदि को पहले तोड़ा जाता है, उसके बाद उसी जगह पुनः वहीं निर्माण किया जाता है ! इस प्रकार जनता को "विकास" बताया जाता है ! यह "विकास" करना नहीं, "मूर्ख" बनाना है ! 【अतः यह विकास ●व्यवधान पैदा करने वाला है, ●धन/जमीन बबार्द करने वाला है व इससे ●आमजन को भी कोई फायदा भी नहीं है !】 ---------------------------------------------------------------- 【क्या कोई नेता/अधिकारी अपने घर को तोड़कर, पुनः वहीं घर बनाकर, अपना "विकास" का उदाहरण दे सकता है ? ★ यदि ● "हाँ" ● तो उदाहरण बताये ! ★ ★यदि ● "नहीं" ● तो ऐसा "विकास" नहीं करें !★】 ----------------------------------------------------------------- 【क्रमशः 6........ शेष अन्य विकास कार्य .......】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #19/12/2021 #dineshapna









 

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