Saturday 18 June 2022

आज हल्दीघाटी युद्ध दिवस पर मेवाड़ की मिट्टी व प्रताप का त्याग ताजा हुआ ! इस दिन को युद्ध दिवस बनाने के पीछे बरसों का समय व कई जीवन कुबाँन हुए ! हल्दीघाटी व अकबर तो आज भी है किन्तु महाराणा का इन्तजार है ! दिल्ली मे अकबर था तब, अब तो नगर नगर अकबर व शक्तिसिंह है ! आज हल्दीघाटी युद्ध दिवस यह याद दिलाता है कि :- ◆उस समय अकबर दिल्ली मे था और ◆उसका ईरादा पुरे हिन्दुस्तान मे अपना राज स्थापित करना व ◆ईस्लाम का प्रचार शक्ति व अत्याचार के बल पर करना था ! ◆उसका साथ देने के लिए शक्ति सिंह जैसे लोग थे ! ◆किन्तु महाराणा प्रताप के कारण अकबर के गलत मन्सूबे मेवाड़ मे पूरे नहीं हो सके ! ●●●●●●●●वर्तमान●●●●●●●●●● आज कल हल्दीघाटी युद्ध दिवस एक दिन नहीं, 365 दिन मनाने की जरूरत है ! यह आज का दिन याद दिलाता है कि :- ◆आजकल के अकबर (कुछ नेता / सक्षम लोग / कुछ सरकारी अधिकारी / मठाधीश) दिल्ली मे ही नहीं, नगर - नगर व गाँव - गाँव मे है और ◆उसका (कुछ नेता / सक्षम लोग / कुछ सरकारी अधिकारी) का ईरादा पुरे हिन्दुस्तान मे अपना (अन्याय / भ्रष्टाचार / अधर्म) का राज स्थापित कर रहे है व ◆ईस्लाम (अन्याय / भ्रष्टाचार / अधर्म) का प्रचार शक्ति (धन) व अत्याचार के बल पर कर रहे है ! ◆उसका साथ देने के लिए शक्ति सिंह (कुछ कार्यकर्ता / कुछ सरकारी अधिकारी / कुछ मठाधीश / कुछ कानून के रखवाले / स्वार्थी लोग / डरपोक लोग / लोभी लोग) जैसे लोग साथ देने के लिए तैयार है ! ◆किन्तु आजकल महाराणा प्रताप कोई बनना नहीं चाहता है और चाहते है कि गरीबी / भ्रष्टाचार / अधर्म ) से मुक्ति मिल जाये ! अतः हल्दीघाटी, अकबर, शक्तिसिंह, अधर्म जैसे सभी मैदान मे है केवल महाराणा प्रताप बनकर युद्ध शुरू करने की आवश्यकता है ! आओ ! हल्दीघाटी युद्ध दिवस (18 जून) को महाराणा प्रताप बने ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(119) #18/06/22 #dineshapnaआज हल्दीघाटी युद्ध दिवस पर मेवाड़ की मिट्टी व प्रताप का त्याग ताजा हुआ ! इस दिन को युद्ध दिवस बनाने के पीछे बरसों का समय व कई जीवन कुबाँन हुए ! हल्दीघाटी व अकबर तो आज भी है किन्तु महाराणा का इन्तजार है ! दिल्ली मे अकबर था तब, अब तो नगर नगर अकबर व शक्तिसिंह है ! आज हल्दीघाटी युद्ध दिवस यह याद दिलाता है कि :- ◆उस समय अकबर दिल्ली मे था और ◆उसका ईरादा पुरे हिन्दुस्तान मे अपना राज स्थापित करना व ◆ईस्लाम का प्रचार शक्ति व अत्याचार के बल पर करना था ! ◆उसका साथ देने के लिए शक्ति सिंह जैसे लोग थे ! ◆किन्तु महाराणा प्रताप के कारण अकबर के गलत मन्सूबे मेवाड़ मे पूरे नहीं हो सके ! ●●●●●●●●वर्तमान●●●●●●●●●● आज कल हल्दीघाटी युद्ध दिवस एक दिन नहीं, 365 दिन मनाने की जरूरत है ! यह आज का दिन याद दिलाता है कि :- ◆आजकल के अकबर (कुछ नेता / सक्षम लोग / कुछ सरकारी अधिकारी / मठाधीश) दिल्ली मे ही नहीं, नगर - नगर व गाँव - गाँव मे है और ◆उसका (कुछ नेता / सक्षम लोग / कुछ सरकारी अधिकारी) का ईरादा पुरे हिन्दुस्तान मे अपना (अन्याय / भ्रष्टाचार / अधर्म) का राज स्थापित कर रहे है व ◆ईस्लाम (अन्याय / भ्रष्टाचार / अधर्म) का प्रचार शक्ति (धन) व अत्याचार के बल पर कर रहे है ! ◆उसका साथ देने के लिए शक्ति सिंह (कुछ कार्यकर्ता / कुछ सरकारी अधिकारी / कुछ मठाधीश / कुछ कानून के रखवाले / स्वार्थी लोग / डरपोक लोग / लोभी लोग) जैसे लोग साथ देने के लिए तैयार है ! ◆किन्तु आजकल महाराणा प्रताप कोई बनना नहीं चाहता है और चाहते है कि गरीबी / भ्रष्टाचार / अधर्म ) से मुक्ति मिल जाये ! अतः हल्दीघाटी, अकबर, शक्तिसिंह, अधर्म जैसे सभी मैदान मे है केवल महाराणा प्रताप बनकर युद्ध शुरू करने की आवश्यकता है ! आओ ! हल्दीघाटी युद्ध दिवस (18 जून) को महाराणा प्रताप बने ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(119) #18/06/22 #dineshapna






 

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