Wednesday 15 June 2022

जन प्रेस वार्ता - 8 (एक बृजवासी के द्वारा) समस्या दिखने मे ( 2 ) - समस्या का मूल/समाधान ( 1 ) श्रीनाथजी मन्दिर व श्रीनाथजी आज्ञा (2) - सक्षम/स्वार्थी (1) (१) श्रीनाथजी "मन्दिर को सरकारी नियंत्रण" से मुक्ति के रास्ते मे सबसे बड़ी समस्या / समाधान "नेता" है ! ◆संविधान से ही चुनाव के द्वारा ही "नेता" बनते है और चुनाव जीतने के बाद "नेता" संविधान की ही शपथ लेते है ! ◆जो "नेताओं" को चुनते है आम आदमी ! उनका ही शोषण करते है कुछ "नेता" ! ◆उसके बाद ही "कुछ नेता" ही संविधान विरुद्ध कार्य करते है, संविधान विरुद्ध कानून बनाते है ! ◆संविधान धर्मनिरपेक्ष है तो भी "कुछ नेता" हिन्दू विरोधी कानून बनाते है और मन्दिरो को सरकारी नियंत्रण मे लेकर लूटते है ! (२)श्रीनाथजी की "साक्षात् आज्ञा की पालना" के रास्ते मे सबसे बड़ी समस्या / समाधान "मठाधीश" है ! ◆श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा से ही श्रीवल्लभाचार्य जी श्रीजी के मुख्य सेवक / पुजारी बने और उसके बाद श्रीवल्लभाचार्य जी ने सेवा पद्वति व पुष्टि सम्प्रदाय की स्थापना की ! उसके बाद अपने वंशजों को अन्तिम शिक्षा श्लोक मे कहा कि श्रीनाथजी से विमुख न हो ! ◆किन्तु उनके वंशज श्रीजी के सेवक बनने के स्थान पर श्रीजी के "मठाधीश" बन बैठे है ! श्रीनाथजी के सानिध्य मे रहने के स्थान पर उनसे विमुख हो गये है ! ◆उससे भी ज्यादा श्रीनाथजी के सखा (बृजवासियों) को श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा के विपरीत कार्य करते हुए बृजवासियों को श्रीनाथजी से दूर करने का अपराध "मठाधीश" कर रहे है ! ◆श्रीजी के सेवक से "मठाधीश" बनने के कारण श्रीजी के चरणों मे नजर रहने के स्थान पर श्रीजी की सम्पत्तियों पर नजर है व श्रीजी की सम्पत्तियों की लूट पर चुप क्यों ? ★आप (आम जनता व प्रेस प्रतिनिधि) का कोई प्रश्न हो तो पूछ सकते हो ! {यह अनोखी व अनवरत "जन प्रेस वार्ता" है !} सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी - एक बृजवासी #(116)#15/06/22 #dineshapna








 

No comments:

Post a Comment