Thursday 10 August 2023

★बृजवासी "सखा से लपके" V/S सरकारी अधिकारी "नौकर से मालिक" ★समस्या है - 350/- मे VIP दर्शन व्यवस्था, सभी के लिए समान रूप से लागू हो ! ★समस्या की मूल जड़ - मठाधीश "सेवक से मालिक" V/S संविधान विरुद्ध "सरकारी नियंत्रण" एक बृजवासी के पाँच सवाल :- (१) श्रीवल्लभाचार्य जी के बाद उनके वंशजों ने भगवान को सात स्वरुपों मे बाँटा ! उसके बाद 1876 मे तिलकायत गिरधारीलाल जी ने श्रीनाथजी को अपने "निजी भगवान" बनाने व उनकी सम्पत्तियों को अपनी "निजी सम्पत्ति" बनाने का कुप्रयास किया ! जिसके कारण उदयपुर के राणा ने 08/05/1876 को अपदस्थ कर निर्वासित किया ! (२) जबकि बृजवासियों ने 1409 से 1478 (69 वर्ष) तक श्रीनाथजी की उर्धभुजा का व 1478 से 1506 (28 वर्ष) तक पूर्ण स्वरूप की सेवा व पूजा की ! इस प्रकार कुल 97 वर्षों तक श्रीसद्दू पाण्डे व बृजवासियों ने ही सेवा की व उनके साथ खेले ! अतः बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है ! तो श्रीनाथजी व उनकी सम्पत्तियों पर पहला अधिकार बृजवासियों का ही है ! (३) तिलकायत गिरधारीलाल जी के बाद भी उनके वंशजों ने भी श्रीनाथजी व उनकी सम्पत्तियों पर अधिकार बनाकर, उसका दुरुपयोग किया ! जिसके कारण मन्दिर मण्डल का गठन हुआ ! आज मन्दिर मण्डल भी श्रीनाथजी की सम्पत्तियों की रक्षा करने मे असफल हो रहा है ! अतः बृजवासियों को अब अपने सखा (श्रीनाथजी) की सम्पत्तियों की रक्षा करने के लिए आगे आना होगा ! (४) वर्तमान मे सरकारी नियंत्रण होने के कारण VIP दर्शन के लिए 350/- रुपये लेना शुरू किया है ! तो यह बताये कि क्या सरकारी अधिकारी / नेता / उनके मित्र व रिश्तेदार VIP है या नहीं ? यदि है तो इनसे 350/- क्यों नहीं लिये जाते है ? CEO / Collector इस प्रश्न का जवाब बृजवासियों को दे ! क्योंकि बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है और सखा होने के कारण श्रीनाथजी की सम्पत्ति / आय के बारे मे मन्दिर मण्डल से जानकारी लेने का अधिकार है ! (५) इस प्रकार महाराज श्री ने बृजवासी को "सखा से बंधुआ मजदूर" बना दिया व सरकारी अधिकारी ने "बंधुआ मजदूर से लपका" बना रहे है ! मठाधीश "सेवक से मालिक" बन गये व अपनी निजी फायदे के लिए सरकारी अधिकारीयो को भी "नौकर से मालिक" बना दिया है ! निष्कर्ष मे मठाधीश के "निजी स्वार्थ" व श्रीनाथजी व उनकी "सम्पत्तियों को हड़पने" के चक्कर मे बृजवासियों के साथ अन्याय कर रहे है और इस कार्य मे सरकारी अधिकारी उनका साथ दे रहे है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(60) #10/08/23 #dineshapna






















































 

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