Saturday 24 July 2021

मानस विचारों का वैक्सीन, डोज रोज लेना जरूरी ! मठाधीश व अधिकारियों को कर्तव्य बोध की वैक्सीन ! (१)जब वल्लभाचार्य जी स्वयं अपने आप को श्रीनाथजी का सेवक मानते थे, तो कैसे "उनके वंशज" मठाधीश बन गये ? (२)जब सर्वप्रथम श्रीसद्दू पाण्डे जी / बृजवासियों को व बाद मे श्रीवल्लभाचार्य जी को सेवा की साक्षात् आज्ञा की, तो "वल्लभ कुल" उनको निज सेवा से कैसे रोक सकते है ? कैसे बृजवासियों पर साक्षात् आज्ञा के विपरीत स्वयं आज्ञा कर सकते है ? (३)जब श्रीनाथजी ने बृजवासियों को सेवा व सुरक्षा की साक्षात् आज्ञा की, तो "वल्लभ कुल" साक्षात् आज्ञा के विपरीत कैसे बृजवासियों को सुरक्षा के कार्य से हटा सकते है ? (४)जब "अधिकारियों" को 1959 से श्रीनाथजी की सम्पत्तियों की सुरक्षा के लिए रखा, तो इन 62 वर्षों मे कैसे श्रीनाथजी की सम्पत्तियाँ / जमीन हाथ से निकल गई ? (५)जब "अधिकारियों" को धन का सदुपयोग करना है, तो क्यों अच्छे व मजबूत भवनों को तोड़कर पुनः भवन बना कर धन का अपव्यय कर रहे है ? (६)जब "अधिकारियों" को धन / सम्पत्तियों का सदुपयोग करना है तो क्यों गायो, बीड़ो, बगीचों व कृषि भूमि का सदुपयोग नही हो रहा है ? (७)"श्रीसद्दू पाण्डे जी (सनाढ्य)" श्रीनाथजी के प्रथम मुखिया थे तथा जिसने श्रीवल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी से मिलन कराया, किन्तु आज वल्लभ वंशजो ने उनको अपना सेवक मात्र बना दिया ! (८)"बृजवासी" जो श्रीनाथजी के सखा व साथ मे खेलते थे, किन्तु आज वल्लभ वंशज ने उनको मजदूर बना दिया ! (९)"बृजवासियों" व वल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी ने साक्षात् आज्ञा करके सेवा करने को कहा था, किन्तु आज वल्लभ वंशजो ने अपने स्थान पर अन्य से श्रीनाथजी की निजसेवा करवा रहे है ! ★मठाधीश / अधिकारियों के लिए नव वैक्सीन★ 【जरूरी है - दवाई भी, कड़ाई भी】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #19/07/2021 #dineshapna


 

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