Tuesday 9 March 2021

★★होली की धमार - ८★★ गुरु गोविन्द दोऊ खड़े , काके लागू पाय ! बलिहारी गुरु आपने , गोविन्द दियो बताय !! "गुरु" ने गोविंद से मिलाया, तो गुरु का "गोविंद" से पहले सम्मान किया ! इसी प्रकार "बृजवासियों व श्रीसद्दू पाण्डे" ने श्रीवल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी से मिलाया, तो वल्लभ कुल को भी बृजवासियों व श्रीसद्दू पाण्डे का "श्रीवल्लभाचार्य जी" से पहले सम्मान करना चाहिए ! किन्तु हकीकत इसके विपरीत है ! वल्लभ कुल ने बृजवासियों को सेवक / नौकर से भी बदत्तर स्थिति पर लाकर खड़ा किया ! उनको श्रीनाथजी की सेवा के नाम पर मूक गुलाम तक बना दिया ! ज्ञान की जय ! बुरा मत मानो होली है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #09/03/2021 #dineshapna











 

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