Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Saturday 13 March 2021
होली खेले , सभी अपने अपने रंगों से ! आओ होली खेलो , सभी एक रंग से ! बृजवासी खेले सफेद रंग से, तो नाथद्वारा मन्दिर मण्डल खेले लाल रंग से ! आम जनता खेले सफेद रंग से, तो नेता / अधिकारी खेले लाल रंग से ! बृजवासी/आम जनता को भी सामने वाले के लाल रंग को देखकर, लाल रंग से खेलना चाहिए ! ●●●●●●●●●●●●【1】●●●●●●●●●●●● बोर्ड/अधिकारी खेले "मन्दिर के पैसों" की होली ! बृजवासी खेले "अपने पैसों" से रंगों की होली ! ★जनहित मे सामाजिक अंकेक्षण क्यों जरूरी ?★ ◆ जब नाथद्वारा मन्दिर का पैसा है ! ◆ बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है ! ◆ तो मन्दिर का पैसा जनोपयोगी ही खर्च हो ! ◆ जनता की मेहनत व मन्दिर के पैसों से बनी कीमती चित्रकारी की ऐसी र्दुदशा न हो ! ◆ मन्दिर के धन व वस्तुओं की र्दुदशा के लिए जिम्मेदारी तय हो ! ■ "मन्दिर का पैसा" खर्च करते है "बोर्ड/अधिकारी" तो उसकी उपयोगिता व सदुपयोग भी जनहित मे प्रमाणित हो ! ■ इसलिए बृजवासियों को "मन्दिर के पैसों" की उपयोगिता हेतु "सामाजिक अंकेक्षण" करने का अधिकार है ! ★हमें सच बोलने का अधिकार है !★ ★बुरा मत मानो होली है !★ ●●●●●●●●●●●●【2】●●●●●●●●●●●● ★महाशिवरात्रि की शुभकामनाएं !★ शिवरात्रि केवल सन्देश देने, शिवजी की पूजा करने, मन्त्र जाप करने, शिवजी का मन्दिर या मूर्ति बनाने से कुछ ज्यादा करने की जरूरत है ! (१)जनकल्याण के लिए स्वयं "विष" का पान करें ! (२)शत्रुओं के नाश के लिए स्वयं "शस्त्र" भी उठाये ! (१)हमारे बोर्ड मैम्बर्स, मन्दिर अधिकारी, नाथद्वारा के धनपति व स्वघोषित समाजसेवी जनकल्याण के नाम पर दूसरो को "विष" पान करा रहे है ! मन्दिर या मूर्ति या जनकल्याण के नाम पर जनता की जमीन व धन लूट / लूटा रहे है ! ■क्या "जनकल्याण" के स्थान पर "स्वकल्याण" करना उचित है !■ (२)हम जनता को मन्दिर के व जनता के शत्रुओं को पहचानने व उनके नाश के लिए शस्त्र उठाने के जरूरत है ! व हमें शस्त्र उठाने ही होगे ! ■आजकल हमारे शस्त्र है :- कानून व जन संगठन की आवाज !■ आप स्वयं शिव बनने का प्रयास करें ! शिव के सन्देश को आत्मसात करें ! शिव के सन्देश का अनुसरण करें ! शिवभक्त बनने का नाटक न करें ! ■ओम् नमो शिवाय ! ■बुरा मत मानो होली है ! ●●●●●●●●●●●●【3】●●●●●●●●●●●● ★★क्या भगवान से बड़े उनके सेवक ?★★ ◆श्रीनाथजी वर्ष मे 365 दिन व एक दिन मे 8 बार दर्शन देते है ! उनके सेवक वर्ष मे 1 दिन व एक दिन मे एक बार भी दर्शन नहीं देते है ! ◆श्रीनाथजी के दर्शन हेतु पास (online/offline)बनाने की व्यवस्था है, तो उनके सेवक के दर्शन हेतु पास व्यवस्था क्यों नहीं ? ◆श्रीनाथजी मन्दिर मे भक्तों के साथ गुलाल से होली खेली जाती है ! किन्तु बोर्ड सदस्य मन्दिर के साथ पूरे साल सफेद गुलाल (चूना) से होली खेलते है ! ◆श्रीनाथजी अपने नवनीत प्रियाजी व सात स्वरुपों के साथ आम जनता को दर्शन देते है ! तो उनके सेवक बोर्ड सदस्यों के साथ कब दर्शन देगे ? ■सच है पर कड़वा है ! बुरा मत मानो होली है !■ ●●●●●●●●●●●●【4】●●●●●●●●●●●● आओ खेले ! सत्य, ईमानदारी सक्षमता, धन, सम्पत्तियों, पुष्टिमार्गीय परम्पराओं व सिद्धांतो के खून की होली ! नाथद्वारा मन्दिर मण्डल सदस्य सक्षम, धनपति, समझदार व धन की सुरक्षा की समझ रखने वाले है तथा मण्डल अधिकारी पढ़ें लिखे समझदार व प्रशासनिक दक्षता रखने वाले होने के बावजूद, दोनों उक्त सभी गुणों का खून करके, उस खून से होली खेल रहे है ! मन्दिर मण्डल की जमीन/धन लुटाया जा रहा है, अनावश्यक निर्माण किया जा रहा है, अनावश्यक खर्चे किये जा रहे है,बागो से आय नहीं हो रही है, गऊशाला से पूरा उत्पादन नहीं लिया जा रहा है, कर्मचारियों का शोषण करके ठेकेदारों को लाभ पहुँचाया जा रहा है ! इस प्रकार मण्डल की जमीन/धन का अपव्यय किया जा रहा है ! मन्दिर के अधिपति पुष्टिमार्गीय परम्पराओं व सिद्धांतो के रक्षक, वैष्णवों व बृजवासियों के हितकारी व मन्दिर अधिकारी मन्दिर हित व आमजन की सुविधाओं के लिए कार्य करने वाले होने के बावजूद, दोनों उक्त सभी गुणों का खून करके, उस खून से होली खेल रहे है ! श्रीवल्लभाचार्य जी के सिद्धांतों के विपरीत कार्य किया जा रहा है, पुष्टिमार्गीय परम्पराओं को तोड़ा जा रहा है, बृजवासियों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है, प्रसाद की गुणवत्ता मे सुधार नहीं किया जा रहा है, आम वैष्णवों का ध्यान नहीं रखा जा रहा है ! इस प्रकार मन्दिर/पुष्टिमार्ग की परम्पराओं को तोडा जा रहा है ! ★★जयश्रीकृष्ण ! बुरा मत मानो होली है !★★ सीए. दिनेश चन्द्र सनाढ्य - एक बृजवासी #14/03/2021【10/03, 11/03, 12/03, 13/03】 #dineshapna
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment