Tuesday 9 March 2021

होली की गुलाल - अष्ट आयामी होली ! नाथद्वारा मन्दिर मण्डल, बोर्ड सदस्यों, अधिकारियों, नेताओं व वल्लभ कुल के साथ ! गुलाल लगना शुभ है, उसके रंगों को आत्मसात करें ! कुछ अपने अन्दर व कुछ बाहर भी परिवर्तन करें ! जो गुलाल से भी नहीं रंगे, उसका अस्तित्व महत्वहीन है ! जो महत्त्वहीन है, उसे हमें मिलकर बदलना है ! ★★बुरा मत मानो होली है !★★ ★★बुरा मान भी लिया तो क्या ?★★ ----------------------------------------★★★★होली की धमार - १★★★★ ◆ मेरा भारत महान ! ◆ बुरा मत मानो होली है !◆ भारत के लोकतंत्र मे ............. "जनता" मालिक हैं, किन्तु हालात नौकर से भी बदतर ! "नेता" सेवक होते हैं, किन्तु व्यवहार निरंकुश राजा जैसा ! "अधिकारी" नौकर होते हैं, किन्तु कार्यशैली मालिक जैसा ! नाथद्वारा मन्दिर मे .............. "बृजवासी" मालिक हैं, किन्तु हालात नौकर से भी बदतर ! "बोर्ड मैम्बर्स" सेवक होते हैं, किन्तु व्यवहार निरंकुश राजा जैसा ! "अधिकारी" नौकर होते हैं, किन्तु कार्यशैली मालिक जैसा ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #28/02/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - २★★ ◆मेरा भारत महान ! ◆बुरा मत मानो होली है !◆ देश की गुलामी का कारण लूट, फूट, स्वार्थ व लालच था ! इसका नुकसान केवल देश व देशवासियों का हुआ तथा उसके बाद भी उसके दुष्परिणाम आज भी देश व देशवासी भुगत रहे है ! मन्दिर मण्डल बनने का कारण लूट, फूट, स्वार्थ व लालच था ! इसका नुकसान केवल मन्दिर व बृजवासियों का हुआ तथा उसके बाद भी उसके दुष्परिणाम आज भी मन्दिर व बृजवासी भुगत रहे है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #02/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ३★★ ◆मेरा भारत महान !◆◆ बुरा मत मानो होली है !◆ भारत पर नियंत्रण व संसाधनों का अपने अनुसार उपयोग करने के लिए रजवाड़ों व अधिकारियों का उपयोग कर देश व आम आदमी का शोषण किया गया ! नाथद्वारा मन्दिर पर नियंत्रण व संसाधनों का अपने अनुसार उपयोग करने के लिए बोर्ड सदस्यों व अधिकारियों का उपयोग कर मन्दिर व आम बृजवासियों का शोषण किया जा रहा है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #03/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ४★★ भारत मे हमेशा आम आदमी ही परेशान व नुकसान मे रहा था व है ! आजादी से पहले बाहरी (मुगल व अंग्रेजों) ने व आजादी के बाद अन्दरूनी (नेताओं व अधिकारियों) ने लूट व शोषण कर रहे है ! नाथद्वारा मन्दिर मे हमेशा बृजवासी ही परेशान व नुकसान मे रहा था व है ! मन्दिर मण्डल बनने से पहले अन्दरूनी (मुख्य पुजारी व कर्ता धर्ता) से व मन्दिर मण्डल बनने के बाद बाहरी (मण्डल सदस्यों व नेताओं) ने लूट व शोषण कर रहे है ! ◆मेरा भारत महान !◆ ◆ बुरा मत मानो होली है !◆ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #04/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ५★★ ★जयश्रीराम ! जयश्रीकृष्ण ! बुरा मत मानो होली है !★ रामायण मे दो व्यक्ति थे, एक "विभीषण" और एक "कैकेयी", "विभीषण" रामराज्य से दूर था, फिर भी श्रीराम के हित के सभी कार्य किये ! "कैकेयी" रामराज्य मे ही थी, फिर भी श्रीराम के अहित के कार्य किये ! श्रीजी मन्दिर मे दो व्यक्ति है, एक "बृजवासी" और "एक बोर्ड सदस्य", "बृजवासी" को श्रीजी मन्दिर से दूर रखा जा रहा है, फिर भी श्रीजी मन्दिर के हित के ही सभी कार्य कर रहे है ! "एक बोर्ड सदस्य" श्रीजी मन्दिर मे ही सम्मिलित है, फिर भी श्रीजी मन्दिर के अहित के कुछ बड़े कार्य व निर्णय कर रहे है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #05/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ६★★ द्वापरयुग मे श्रीकृष्ण के सामने दो पक्षकार थे, एक कौरव (सत्ताधारी/अन्यायी/अधर्मी) और एक पाण्डव (आम आदमी/न्यायी/धर्मी) ! श्रीकृष्ण ने पाण्डवों (सत्य/सखा/कमजोर/जरुरतमंद) का ही साथ दिया व विजय दिलाई ! श्रीकृष्ण ने अन्त तक शान्ति सन्देश दिया, उसे नहीं मानने पर युद्व किया, भले ही अन्यायी के साथ गुरुदेव व पितामह थे ! कलयुग मे श्रीनाथजी के सामने दो पक्षकार है, एक बोर्ड सदस्य (सत्ताधारी/अन्यायी/अधर्मी) और एक बृजवासी (आम आदमी/न्यायी/धर्मी) ! श्रीनाथजी बृजवासियों (सत्य/सखा/कमजोर/जरुरतमंद) का ही साथ देगे व विजय दिलायेगे ! श्रीनाथजी भी अन्त तक शान्ति सन्देश दे रहे है, उसे नहीं मानने पर युद्व करना होगा, भले ही अन्यायी के साथ गुरुदेव व पितामह होगे ! जयश्रीकृष्ण ! बुरा मत मानो होली है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #06/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ७★★ व्यक्ति "मूल" को भूलकर, "बाद" को ही सत्य/मूल मानने लगता है,जो सही नहीं है ! हमें "मूल" को भी महत्त्व देना चाहिए ! "ईश्वर" को भूलकर भौतिक वस्तु देने वाले को ही दाता समझने लगता है ! उसी प्रकार "स्त्री", "नीव", "संस्कृति", "धर्म", "आजादी के बलिदानी" को भूलकर हम पुरुष, कंगूरों, आधुनिकता, अधर्म व आजादी के वक्ताओं को ही सत्य/सही मानना सही नहीं है ! हम पुष्टि मार्ग के मूल स्त्रोत "बृजवासियों" को भूलकर, अन्य (वंशजों/बोर्ड सदस्यों/नेताओं/अधिकारियों) को ही मूल मानना व "बृजवासियों" की अनदेखी करना सही नहीं है ! जयश्रीकृष्ण ! बुरा मत मानो होली है ! ★महिला दिवस की शुभकामनाएं !★ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #08/03/2021 #dineshapna ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ★★होली की धमार - ८★★ गुरु गोविन्द दोऊ खड़े , काके लागू पाय ! बलिहारी गुरु आपने , गोविन्द दियो बताय !! "गुरु" ने गोविंद से मिलाया, तो गुरु का "गोविंद" से पहले सम्मान किया ! इसी प्रकार "बृजवासियों व श्रीसद्दू पाण्डे" ने श्रीवल्लभाचार्य जी को श्रीनाथजी से मिलाया, तो वल्लभ कुल को भी बृजवासियों व श्रीसद्दू पाण्डे का "श्रीवल्लभाचार्य जी" से पहले सम्मान करना चाहिए ! किन्तु हकीकत इसके विपरीत है ! वल्लभ कुल ने बृजवासियों को सेवक / नौकर से भी बदत्तर स्थिति पर लाकर खड़ा किया ! उनको श्रीनाथजी की सेवा के नाम पर मूक गुलाम तक बना दिया ! ज्ञान की जय ! बुरा मत मानो होली है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #09/03/2021 #dineshapna-


 

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