Wednesday 10 March 2021

बोर्ड/अधिकारी खेले "मन्दिर के पैसों" की होली ! बृजवासी खेले "अपने पैसों" से रंगों की होली ! ★जनहित मे सामाजिक अंकेक्षण क्यों जरूरी ?★ ◆ जब नाथद्वारा मन्दिर का पैसा है ! ◆ बृजवासी श्रीनाथजी के सखा है ! ◆ तो मन्दिर का पैसा जनोपयोगी ही खर्च हो ! ◆ जनता की मेहनत व मन्दिर के पैसों से बनी कीमती चित्रकारी की ऐसी र्दुदशा न हो ! ◆ मन्दिर के धन व वस्तुओं की र्दुदशा के लिए जिम्मेदारी तय हो ! ■ "मन्दिर का पैसा" खर्च करते है "बोर्ड/अधिकारी" तो उसकी उपयोगिता व सदुपयोग भी जनहित मे प्रमाणित हो ! ■ इसलिए बृजवासियों को "मन्दिर के पैसों" की उपयोगिता हेतु "सामाजिक अंकेक्षण" करने का अधिकार है ! ★हमें सच बोलने का अधिकार है !★ ★बुरा मत मानो होली है !★ CA. Dinesh Sanadhya - एक बृजवासी - #10/03/2021#dineshapna





 

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