Friday 8 July 2022

श्रीनाथजी मे लूट की छूट, अब नहीं होने देगा बृजवासी ! पहले धन को व सम्पत्तियों को लूटा, अब सम्मान को नहीं ! (१)श्रीनाथजी के लिए व उनके कहने से बृजवासियों ने ●अपनी सम्पत्ति, ●अपने परिजन व ●जीवन तक का त्याग/बलिदान दिया ! (२)यह बृजवासियों का श्रीनाथजी के प्रति ●सखाभाव, ●निस्वार्थ प्रेम व ●समर्पण है ! (३)बृजवासियों की श्रीनाथजी के प्रति आस्था, प्रेम व त्याग मे बाधक बन रहे है ●मठाधीश का अहंम, ●सरकार का नियंत्रण व ●अधिकारियों/नेताओं की कानून/परम्परा विरुद्ध कार्यवाही ! (४)इन सभी ने श्रीनाथजी के ●धन, ●सम्पत्ति (बहुमूल्य वस्तुएं) व ●जमीन को लूटा/लूटाया व अभी भी लूट जारी है ! (५)उक्त सभी लूट का मुख्य "कारण" - ●बृजवासियों का श्रीनाथजी के प्रति अटूट प्रेम/त्याग के साथ मठाधीश को श्रीवल्लभाचार्यजी मानना है, ●मठाधीश का श्रीनाथजी के सेवक/पुजारी से मठाधीश बनना व ●मठाधीश की गलतियों से मन्दिर पर सरकारी नियंत्रण होना ! (६)इन सभी कृत्यों का मुख्य "परिणाम" - ●श्रीनाथजी के धन/सम्पत्ति/जमीन का दुरुपयोग/लूट, ●श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा व मन्दिर की परम्पराओं की अवमानना व ●श्रीनाथजी व पुष्टिमार्ग का अपमान ! (७)इन सभी का मुख्य "उपाय" - ●संविधान/हिन्दू विरोधी कानूनों से मन्दिर को नियंत्रण से मुक्त कराना, ●मठाधीश को श्रीवल्लभाचार्य जी के अन्तिम उद्देश्य के अनुरूप श्रीनाथजी के प्रति अन्तरमुखी बनाना व श्रीवल्लभाचार्य जी के अनुसार इनको महाराजश्री से श्रीनाथजी के केवल सेवक/पुजारी बनाना व ●श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञाओ को कानून/वल्लभ आज्ञा से ऊपर मानते हूए, उनकी अक्षरश: पालना सुनिश्चित कराना ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(133) #08/07/22 #dineshapna



 

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