Friday 15 July 2022

★श्रीकृष्ण वन्दे जगद्गुरुम्★ 【भगवान श्रीकृष्ण का प्रथम उपदेश - प्रेम】 【अपना गुरु भगवान को बनाये व 365 दिन "गुरु पूर्णिमा" मनाने के लिए सद्गुणों को आत्मसात करे !】 (प्रेम के बिना जीवन एक कदम भी आगे नहीं चल सकता ! जीवन प्रेम से ही प्रकट हुआ है, प्रेम से ही चलता है और प्रेम में ही विलीन हो जाता है !) १★अपनो से प्रेम करें !★ (भगवान श्रीकृष्ण ने अपने माता पिता, अपने भाई बहन, अपने मित्र सुदामा/अर्जुन व अपने सखा बृजवासियों की सहायता व रक्षा करके प्रेम का अनुपम सन्देश दिया !) २★प्रकृति से प्रेम करे !★ (भगवान श्रीकृष्ण प्रकृति के सबसे बड़े रक्षक है, गोवर्धन पर्वत की पूजा करके पर्वत, नदी, पेड़ पौधे व दुर्लभ वनस्पतियों का रक्षा करके उनके संरक्षण व संवर्धन का सन्देश दिया !) ३★जीव मात्र से प्रेम करें !★ (भगवान श्रीकृष्ण ने गायों की रक्षा के लिए हमेशा हर संभव प्रयास किया ! कभी उन्हें राक्षसों से बचाया, कभी ब्रह्माजी से छुड़ाकर लाए, गायों के लिए ही कालियह्रद को शुद्ध करके, गौ रक्षा का सन्देश दिया !) ४★अपने धर्म से प्रेम करें !★ (भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म व सत्य की रक्षा के लिए महायुद्ध का उद्घोष किया व बताया कि धर्म व सत्य की रक्षा के लिए यदि अपने गुरु/पितामह/बड़ों/भाईयों व मित्रों से भी युद्ध करना पड़े, तो धर्म - युद्ध करें !) सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(139) #15/07/22 #


 

No comments:

Post a Comment