Friday 19 August 2022

★श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की बधाइयाँ !★ आज श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर हम श्रीकृष्ण के बताये उक्त 12 कदम 12 महीनों चले । (१)जीवन संघर्ष है :- भगवान श्रीकृष्ण का जन्म शुरू से संघर्षों से भरा रहा है। मगर हर परिस्थिति को जीते और जीतते रहे। (२)पौष्टिक भोजन करें :- भगवान श्रीकृष्ण बचपन से माखन और मिश्री के शौकीन रहे। आहार अच्छा व शुद्ध होना चाहिए और बल तथा बुद्धि देने वाला होना चाहिए। तभी खुद को, परिवार को और समाज को सही दिशा दी जा सकती है। (३)रचनात्मक शिक्षा हो :- भगवान श्रीकृष्ण की शिक्षा-दीक्षा वैदिक ज्ञान के अलावा विभिन्न कलाएं सीखी । यानी शिक्षा सिर्फ किताबी न हो, रचनात्मक भी हो। (४)रिश्ते निभाये :- भगवान श्रीकृष्ण ने रिश्ते ने जीवनभर कभी उन लोगों का साथ नहीं छोड़ा, जिन्हें अपना मान लिया। रिश्तों की अहमियत उन्हें बखूबी पता थी। (५)नारी का सम्मान करे :- भगवान श्रीकृष्ण ने हमेशा नारी का सम्मान किया और बेहतर समाज के लिए इसे जरूरी मानते भी थे। (६)रिश्ते व मतभेद को अलग अलग निभाये :- भगवान श्रीकृष्ण जिस दुर्योधन की मौत की वजह से हुई, असल में दोनों समधी थे। श्रीकृष्ण जी के पुत्र सांब का विवाह दुर्योधन की बेटी लक्ष्मणा से हुआ। दोनों के मतभेद इस पीढ़ी के रिश्ते पर कभी नहीं पड़ने दिया। (७)शान्ति विकास का मार्ग है :-भगवान श्रीकृष्ण ने हमेशा चाहा कि कौरव शांति का मार्ग अपना लें, क्योंकि यही विकास का रास्ता है। (८)कर्म प्रधान है :- भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म से ईश्वर तक जाने वाला मार्ग बताया है। मन को स्थिर रखते हुए और दिमाग को शांत करके बुरी से बुरी परिस्थितियों से भी उबरा जा सकता है। (९)दूरदर्शी बने :- भगवान श्रीकृष्ण दूरदृष्टा थे। वे हमेशा भविष्य की ओर देखते रहते थे और इसकी तैयारी भी करते रहते थे। इस समय को सोच कर दुखी न हो और भविष्य की ओर देखो, सोचों और योजना निर्धारित करो। (१०)माफ करें, परन्तु एक सीमा तक :- भगवान श्रीकृष्ण ने शिशुपाल, जो कृष्ण जी का छोटा भाई था उसकी 100 गलतियों के बाद माफ नहीं किया। (११)युद्ध व जीत केवल अधर्म के नाश के लिए :- भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी बुद्धिमानी से दुनियाभर के राजाओं पर जीत हासिल की। मगर कभी उन्होंने खुद शासन नहीं किया। बुरे राजाओं को हराकर उसकी जगह सिंहासन पर अच्छे चरित्र के लोगों को बिठाते थे। (१२)धर्म / न्याय हमेशा रिश्तों से ऊपर है :- भगवान श्रीकृष्ण ने धर्म / न्याय के साथ रहने के लिए अर्जुन को गीता का उपदेश दिया व इसके लिए रिश्तेदार, दोस्त, भाई व गुरु से भी युद्ध करने के लिए कहा। सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(167) #19/08/22 #dineshapna



 

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