Monday 15 August 2022

★ जो श्रीकृष्ण का नहीं, वह किसी काम का नहीं ! ★ ★ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पूर्व श्रीकृष्ण को आत्मसात करें ! ★ (जो जिम्मेदारी नहीं उठा सके, उसे जिम्मेदारी से मुक्त करो !) श्रीनाथजी मन्दिर मे जिम्मेदार चुप है, मन्दिर मे "सम्पत्ति की लूट व धर्म विरुद्ध आचरण" हो रहा है ! तो एक बृजवासी का मन्दिर मे "आन्तरिक सुरक्षा मे धर्म विरुद्ध आचरण" से सम्बंधित प्रश्न :- (२१)श्रीकृष्ण ने कहा है कि "अन्याय व अधर्म के विरुद्ध" लड़कर धर्म की रक्षा करनी चाहिए ! यदि मन्दिर की "आन्तरिक सुरक्षा" मजबूत नहीं होगी तो अधर्मी आपके मन्दिर पर आक्रमण करके नुकसान पहुँचायेंगे ! श्रीनाथजी मन्दिर की आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था मजबूत होनी चाहिए ! तो क्यो श्रीनाथजी मन्दिर की आन्तरिक सुरक्षा व्यवस्था कमजोर है ? (२२)भारत मे लाखों मन्दिरों को लूटने व टूटने का इतिहास रहा है ! इसका कारण है कि मन्दिर सुरक्षा पर नगन्य खर्च, आपसी फूट व मठाधीश/जिम्मेदार की सुरक्षा के प्रति उदासीनता ! तो क्यो मन्दिर की आन्तरिक सुरक्षा केवल कुछ स्वार्थी व असक्षम व्यक्तियों के हाथो मे है ? (२३)जब नाथद्वारा मन्दिर की सुरक्षा बृजवासियों / मेवाड़ के महाराणा के पास थी, तब मन्दिर पर मुगलों, सिन्धिया व पिड़ारियो के आक्रमण होने के बावजूद भी मन्दिर सुरक्षित रहा ! किन्तु आजकल सरकार, नेताओं, बोर्ड मैम्बर्स व नगरपालिका से भी सुरक्षित नहीं है क्योंकि अब मन्दिर की सुरक्षा समर्पित बृजवासी / मेवाड़ के महाराणा के हाथो मे नहीं है ! तो क्यो मन्दिर की सुरक्षा मे से बृजवासियों को हटाया गया ? (२४)पहले नाथद्वारा मन्दिर को लूटने आक्रमणकारी हथियार लेकर आये थे किन्तु आजकल नाथद्वारा मन्दिर को लूटने के लिए हितैषी/दोस्त/संरक्षक बनकर आये है व दगाबाजी से लूट रहे है और जिम्मेदार / मठाधीश चुप है ! तो क्यों श्रीनाथजी मन्दिर की सुरक्षा असक्षम हाथों मे मठाधीश को दे रखी है ? (२५)स्वार्थ, आपसी फूट, समर्पण की कमी, आन्तरिक सुरक्षा की उपेक्षा, असक्षम / स्वार्थी हाथों मे नियंत्रण, सुरक्षा पर नगण्य खर्च ! यह सभी "धर्म विरुद्ध आचरण के लक्षण" है ! श्रीनाथजी मन्दिर मे यह लक्षण पिछले १०० वर्षों से नजर आ रहे है और इसके कारण धिरे - धिरे मन्दिर को लूटा जा रहा है ! तो क्या यह "आन्तरिक सुरक्षा मे कमी" धर्म विरुद्ध आचरण नहीं है ? 【श्रीनाथजी मन्दिर मे लूट पर विस्तृत चर्चा आगामी पोस्ट मे ...............】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(163) #16/08/22 #dineshapna








 

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