Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Saturday 6 August 2022
★★ हिन्दू मन्दिर मुक्ति अभियान ★★ (सरकारी नियंत्रण से हिन्दू मन्दिर मुक्त हो !) (◆धर्मों रक्षति रक्षितः ◆कृष्णं वन्दे जगद्गुरुम्) क्योंकि (१)उक्त हिन्दू विरोधी 30 काले कानून संविधान विरोधी है ! (२)सरकारी नियंत्रण से हम हिन्दुओं की भावनाओं के साथ खिलवाड़ है व हमारे आराध्य का अपमान है ! (३)हिन्दू विरोधी कानूनो की शुरुआत अंग्रेजों ने की व उसके बाद भी ऐसे नये कानून और बनाये गये ! (४)हम हिन्दुओं ने इनका विरोध नहीं किया व संविधान को सही तरीके से समझा व पढ़ा नहीं ! (५)हिन्दूओ ने इन हिन्दू विरोधी 30 काले कानूनो का संविधान विरोधी कानून होने के बावजूद भी विरोध नहीं किया ! (६)हिन्दू मन्दिरों के मठाधीश / धर्माचार्य अपने स्वार्थ / काम मे लगे रहे, जबकि गलत कानूनो का विरोध करने की जिम्मेदारी इनकी ही है ! (७)हिन्दूओ ने धर्म की रक्षा करने के लिए भगवान या मठाधीशो/धर्माचार्यों पर आश्रित रहे, जबकि आम हिन्दुओं को इन काले कानूनों का विरोध करना चाहिए ! (८)हम हिन्दुओं ने श्रीकृष्ण के "गीता सन्देश" को समझा नहीं है ! श्रीकृष्ण ने कहा कि कर्म करे व युद्ध तो स्वयं को ही लड़ना हैं ! जब पाप कर्म अपने चर्म सीमा पर पहुँच जाता है तब मै स्वयं अवतार लेता हूँ ! (९)हिन्दू मन्दिरों को "आतताइयों व मुगलों" ने तलवार के बल पर लूटा, तब भी कुछ हिन्दुओं ने सशक्त विरोध किया परन्तु हम सभी ने एकजुट होकर विरोध नहीं किया ! (20 जून 712) - (सन् 712 से 1526 ) व (सन् 1526 से 1764) (१०)हिन्दू मन्दिरों को "अंग्रेजों" ने कानून के बल पर लूटा, तब भी कुछ हिन्दुओं ने सशक्त विरोध किया, परन्तु हम सभी ने एकजुट होकर विरोध नहीं किया ! (24 अगस्त 1608) - (सन् 1764 से 1947) (करीब 45 ट्रिलियन डॉलर Rs. 3,19,29,75,00,00,00,000.00 रुपये लूटा) (११)आजादी के बाद - हिन्दू मन्दिरों को "काले अंग्रेजों" ने (संविधान विरुद्ध) कानून के बल पर लूटा जा रहा है, अब भी कुछ ही हिन्दू सशक्त विरोध कर रहे है ! अभी भी शेष हिन्दू मन्दिरों को लूटते हुए देखकर चुप है ! (15 अगस्त 1947 से ......... ) (१२)हम हिन्दुओं को श्रीकृष्ण के "गीता सन्देश" को समझने के साथ आत्मसात करके अमल मे लाने की जरूरत है ! श्रीकृष्ण ने कहा कि "कर्म" करे व "धर्म रक्षार्थ युद्ध" करें ! जिम्मेदार कौन ? कौन करे ? क्या करें ? (१३)"राजा महाराजाओं" की आपसी फूट, झूठा अंहकार, गद्दी का लालच, कूट राजनीतिक गुणों का अभाव, आन्तरिक गद्दारी व दुश्मनों पर दया के कारण आतताइयों, मुगलों व अंग्रेजों को हिन्दू मन्दिरों व हिन्दुओं को लूटने का मौका दिया ! (१४)हिन्दू मन्दिरों के "कुछ मठाधीश/महंतो" की धन लोलुपता, निजी स्वार्थ, सशक्त सुरक्षा प्रणाली का अभाव, आमजन की उपेक्षा व भगवान भरोसे रहने के कारण आतताइयों, मुगलों व अंग्रेजों को हिन्दू मन्दिरों व हिन्दुओं को लूटने का मौका दिया ! (१५)"आम जनता" ने श्रीराम व श्रीकृष्ण को माना व पूजा लेकिन उनके गुणों को 100% आत्मसात नहीं किया तथा आम जनता ने "राजा महाराजाओं" व "कुछ मठाधीश/महंतो" पर अन्धविश्वास किया व उनको भगवान से भी ज्यादा अनावश्यक मान सम्मान दिया ! जिसके कारण उनकी ("राजा महाराजाओं" व "कुछ मठाधीश/महंतो") गलतियों की सजा हम सभी हिन्दुओं व हिन्दू मन्दिरों को भुगतनी पड़ी ! (१६)अब हम हिन्दुओं को श्रीराम की मर्यादाओं के साथ धनुष को व श्रीकृष्ण की मुरली के साथ सुर्दशन चक्र को समझकर, यथोचित स्थान पर उसका उपयोग भी करना चाहिए ! हमें श्रीराम व श्रीकृष्ण का 100% अनुसरण करना चाहिए ! हमें "राजा महाराजाओं (आजकल कुछ नेताओं)" व "कुछ मठाधीश/महंतो" का अन्धानुकरण नहीं करना चाहिए ! ! इस अभियान से जुड़ने के लिए Whatsapp 9414170270 पर अपना नाम व सहमति भेजे ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(143,145,146,149) #23-27-28/07/22 - 02/08/22 #dineshapna
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