Monday 8 August 2022

★ जो श्रीकृष्ण का नहीं, वह किसी काम का नहीं ! ★ ★ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पूर्व श्रीकृष्ण को आत्मसात करें ! ★ (जो जिम्मेदारी नहीं उठा सके, उसे जिम्मेदारी से मुक्त करो !) (१)श्रीनाथजी मन्दिर मे जिम्मेदार थे (पूर्व मे) - बृजवासी व मेवाड़ के महाराणा / मेवाड़ वासी ! (उस समय मन्दिर सुरक्षित था क्योंकि उन्होंने समर्पण व त्याग किया !) (२)श्रीनाथजी मन्दिर मे जिम्मेदार है (वर्तमान मे) - मठाधीश, बोर्ड सदस्य, सरकार, अधिकारी ! (इस समय मन्दिर मे लूट चल रही है क्योंकि इनमें समर्पण व त्याग की कमी है !) (३)श्रीनाथजी मन्दिर मे लूट हो रही है (नौ प्रकार से) - ●श्रीनाथजी "मन्दिर की सम्पत्ति लूट" :- १- धन की, २-जमीन की ३-सम्पत्ति की ! ●श्रीनाथजी "मन्दिर मे धर्म विरुद्ध आचरण" :- ४- प्रसाद मे, ५-आन्तरिक सुरक्षा मे, ६-दर्शन व्यवस्था मे, ७-पुष्टि परम्परा मे, ८-पुष्टि भावना मे ९-श्रीजी की साक्षात् आज्ञा मे ! (४)श्रीनाथजी मन्दिर मे लूट के कारण :- ●श्रीवल्लभाचार्य जी की आज्ञा के विपरीत कार्य करके मठाधीश द्वारा अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति ! ●मठाधीश द्वारा श्रीजी के साक्षात् आज्ञा के विपरीत कार्य करके बृजवासियों के अधिकारो का हनन ! (५)श्रीनाथजी मन्दिर मे लूट को रोकने का उपाय :- ●मन्दिर मण्डल का सामाजिक अंकेक्षण बृजवासी के द्वारा हो ! ●श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा की अक्षरशः पालना हो व बृजवासियों के अधिकारो की वापसी हो ! 【श्रीनाथजी मन्दिर मे लूट पर विस्तृत चर्चा आगामी पोस्ट मे ...............】 सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(155) #07/08/22 #dineshapna





 

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