Sunday 18 September 2022

नाथद्वारा का विकास या धोखे का मकड़जाल ! खास आदमी का विकास या आम आदमी परेशान ! (५)नाथूवास/सिंहाड तालाब :- इसका फायदा खास आदमी (नेताओं, अधिकारियों, धनपति) को किन्तु असुविधा व असुरक्षा है आम आदमी के लिए ! क्योंकि इन दोनों तालाबों के बीच से फोरलेन निकाली गई, भराव क्षैत्र की जमीनों को भू रुपान्तरण करके पट्टे जारी किये, निर्माण स्वीकृति जारी की, मकान, बंगले व होटलों का निर्माण किया गया ! तालाबों को भरने के स्थान पर उनमें से पानी निकासी की व्यवस्था की जिससे तालाबों के अन्दर निर्माण कार्य किया जा सके ! तालाबों मे जल आने के स्त्रोतों पर अतिक्रमण करके तालाबों का अस्तित्व खत्म करने का कार्य किया जा रहा है ! इसके विपरीत तालाबों के विकास के नाम पर करोड़ों रुपये बबार्द करने की तैयारी कर रहे है ! तो भी हम इसे विकास कहते है ! (६)बहुमंजिला ईमारत/होटल निर्माण :- इसका फायदा खास आदमी (नेताओं, अधिकारियों, धनपति) को किन्तु असुविधा व असुरक्षा है आम आदमी के लिए ! क्योंकि इनका निर्माण नियम विरुद्ध किया जा रहा है ! जैसे - बिना पर्याप्त पार्किंग के निर्माण, निर्माण स्वीकृति से अधिक मंजिलों का निर्माण, बिना सेटबैक छोड़े निर्माण, नियम विरुद्ध निर्माण स्वीकृति व जल स्त्रोतो पर (जल प्रवाह क्षैत्र पर, जल निकासी नहर पर, कुँओ पर, बावडियो पर, तालाबों के भराव क्षैत्रों पर) निर्माण किया जा रहा है ! इसमें कुछ धनपति अपने धन के बल पर, कुछ नेताओं के अनुचित प्रभाव के कारण व कुछ अधिकारीयो के द्वारा रिश्वत लेकर नियम विरुद्ध पट्टे बनाकर निर्माण स्वीकृति जारी की जा रही है ! तो भी हम इसे विकास कहते है ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक हिन्दुस्तानी #(188) #18/09/22 #dineshapna













 

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