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Wednesday 7 September 2022
श्रीनाथजी मन्दिर की सम्पत्तियों व व्यवस्थाओं से सम्बन्धित एक बृजवासी के ( 4 प्रश्न × 9 दिन ) = 36 प्रश्न ! जिम्मेदार है - 【बोर्ड मैम्बर्स / महाराज श्री / मुख्य निष्पादन अधिकारी / जिला कलेक्टर / सरकारी अधिकारी / बृजवासी 】 (१७)श्रीनाथजी मे बालभाव से सेवा की जाती है, जिसमे सभी सामग्री को श्रीनाथजी के सम्मुख भोग के लिए रखा जाता है ! किन्तु आजकल कुछ सामग्री ही श्रीनाथजी के सम्मुख भोग के लिए रखी जाती है बाकी की सामग्री को वेणुजी के सन्मुख भोग के लिए रखी जाती है, जो गलत है ! तो क्यों हमारे श्रीनाथजी को भूखा रखा जा रहा है ? (१८)श्रीनाथजी मे आज से 50 वर्ष पूर्व जो सामग्री की गुणवत्ता थी, वह आज कल नहीं है ! जबकि सामग्री मे डाली जाने वाली वस्तुओं की मात्रा मे कोई अन्तर नहीं है ! क्या सामग्री की वस्तुओं की गुणवत्ता मे कमी या फर्क है ? तो क्यों हमारे श्रीनाथजी को कम गुणवत्ता की सामग्री का भोग लगाया जा रहा है ? (१९)श्रीनाथजी के नित्य भोग मे कोरोना काल के समय कमी करना गलत है क्योंकि मन्दिर मे धन की कोई कमी नहीं है और उस समय जनता को भोजन की जरूरत थी ! तो उस समय प्रसाद की मात्रा को कम करने के स्थान पर बढ़ाना चाहिए था, और उसे जनता मे नि:शुल्क बाँटना चाहिए था ! तो क्यों हमारे श्रीनाथजी के भोग मे कमी की गई ? (२०)पुष्टि मार्ग मे श्रीनाथजी की सेवा विधि के तीन प्रमुख अंग है - श्रृंगार, भोग, राग ! जिसमें "भोग" सेवा का पुष्टि सेवा मे 1/3 हिस्सा है ! उक्त तथ्यों के आधार पर भोग सामग्री मे कुछ कमी या फर्क आया है, जिससे श्रीनाथजी की सेवा क्रम मे कुछ कमी आयी है, जो गलत हैं ! तो क्या उक्त कार्य (प्रसाद की मात्रा / गुणवत्ता मे कमी) धर्म विरुद्ध आचरण नहीं है ? ★उक्त प्रश्नों के उत्तर केवल "हाँ या ना" मे दे ! ★जयश्रीकृष्ण★ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(179) #07/09/22 #dineshapna
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