Friday 9 September 2022

श्रीनाथजी मन्दिर की सम्पत्तियों व व्यवस्थाओं से सम्बन्धित एक बृजवासी के ( 4 प्रश्न × 9 दिन ) = 36 प्रश्न ! जिम्मेदार है - 【बोर्ड मैम्बर्स / महाराज श्री / मुख्य निष्पादन अधिकारी / जिला कलेक्टर / सरकारी अधिकारी / बृजवासी 】 (२९)श्रीनाथजी मन्दिर मे नई दर्शन व्यवस्था से बृजवासीयो व जो प्रतिदिन दर्शन करने वाले स्थानीय व्यक्तियो के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है ! तो क्या बृजवासी व स्थानीय दर्शनार्थियों के लिए सुविधाजनक व्यवस्था नहीं हो सकती है ? (३०)श्रीनाथजी मन्दिर मे केवल धन के लिए सखा बृजवासियों को, स्थानीय दर्शनार्थियों को व साधारण दर्शनार्थियों को केवल दर्शन के लिए परेशान करना धर्म विरुद्ध आचरण है ! तो क्या सरकारी अधिकारियों के द्वारा इस प्रकार मन्दिर की आन्तरिक व्यवस्थाओ मे अनावश्यक हस्तक्षेप करना उचित है ? (३१)श्रीनाथजी ने सर्वप्रथम प्रकट होकर सद्दू पाण्डे को निज सेवा की व बृजवासियों को सखा मानते हुए खेलने व सेवा करने की "साक्षात् आज्ञा" दी ! तो क्यों बृजवासियों को निज सेवा से वंचित करके केवल नौकर बना दिया ? (३२)श्रीवल्लभाचार्य जी ने "स्वप्न आज्ञा" से पुष्टि मार्ग की स्थापना करके उसकी परम्पराओं को बनाया, किन्तु उसमें से कुछ महत्त्वपूर्ण परम्पराओं को समाप्त बिना आधार के कर दिया ! तो क्यों पुष्टि मार्ग की परम्पराओं को तोड़ा / समाप्त किया जा रहा है ? ★उक्त प्रश्नों के उत्तर केवल "हाँ या ना" मे दे ! ★जयश्रीकृष्ण★ सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #(182) #09/09/22 #dineshapna









 

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