Thursday 20 May 2021

★नाथद्वारा मन्दिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो !★ ●नाथद्वारा मन्दिर की स्थिति छ: दशकों से दिन प्रतिदिन ठीक नहीं चल रही है :- ७- बृजवासियों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ सर्वप्रथम सन् 1409 (वि.सं. १४६६) मे श्रीनाथजी के प्राकृट्य का अनुभव बृजवासियों को हुआ, उसके बाद सन् 1478 (वि.सं. १५३५) मे श्रीनाथजी के दर्शन श्रीसद्दू पाण्डे को हुए व श्रीनाथजी स्वयं ने सेवा की आज्ञा दी ! उसके बाद 97 वर्षों तक केवल बृजवासियों ने ही सेवा की ! इसलिए किसी को भी अधिकार नहीं है कि बृजवासियों को श्रीनाथजी की किसी भी प्रकार की सेवा करने से रोके ! इसके बावजूद भी वल्लभ कुल द्वारा रोका जा रहा है, जो गलत व श्रीनाथजी की आज्ञा के विरुद्ध है ! ●बृजवासियों को नाथद्वारा मन्दिर मण्डल मे सदस्य नहीं बनाया गया ! ●मन्दिर अधिकारी के पद पर बृजवासियों के स्थान पर अन्य को लगा रखा है ! ●श्रीनाथजी की निज सेवा मे बृजवासियों के स्थान पर अन्य लोगों को लगा रखा है ! ●बृजवासियों को सम्पूर्ण सेवा व सुरक्षा के अधिकार होते हुए भी उसके स्थान पर केवल नाममात्र की सेवा करने दी जा रही है ! जिनको केवल सेवा पूजा करने, दर्शन करने व दर्शन कराने, पुष्टिज्ञान का प्रचार प्रसार करने मात्र का अधिकार है, वह बोर्ड के सदस्य बनने के साथ बृजवासियों के अधिकारो का हनन कर रहे है, सो गलत है ! हिन्दू जाग गया :: बृजवासी जाग गया सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #21/05/2021 #dineshapna










 

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