Monday 10 May 2021

★पुष्टिमार्ग को जाने, माने व अपनाये !★ ★श्रीवल्लभाचार्यजी की जयन्ती मनायें !★ श्रीवल्लभाचार्य जी वेदों, पुराणों, भागवत व गीता के जानकर व विद्धान थे । वेदों व उपनिषदों का सार भागवत व गीता है । भागवत के अनुसार पुष्टि का अर्थ पोषण अर्थात् भगवान का अनुग्रह होता है । भगवान श्रीकृष्ण की कृपा या अनुग्रह ही पुष्टि है । इस प्रकार पुष्टिमार्ग भगवान को प्राप्त करने का सरल व सुगम मार्ग है । पुष्टि मार्ग के तीन महत्त्वपूर्ण बिन्दु है :-आत्मसमर्पण, अनुग्रह, स्वरूप दर्शन । इस प्रकार पुष्टिमार्ग मे (१)भक्त स्वयं अपने आराध्य के समक्ष "आत्म समर्पण" करता है ! (२)भगवान के "अनुग्रह" से भक्ति उत्पन्न होती है , उसे पुष्टि भक्ति कहते है ! (३)ऐसा भक्त भगवान के "स्वरूप दर्शन" के अतिरिक्त और अन्य किसी वस्तु के लिए प्रार्थना नहीं करता है ! इस भक्ति मार्ग को ●सतयुग मे भक्त प्रह्लाद व ध्रुव ने अपनाया । ●त्रैतायुग मे भरत, लक्ष्मण, हनुमान व विभिषण ने अपनाया था । ●द्वापरयुग मे बृजवासियों ने अपनाया था । बृजवासियों ने श्रीकृष्ण के समक्ष आत्मसमर्पण किया, उससे श्रीकृष्ण की कृपा से भक्ति प्राप्त हुई, उसके बाद बृजवासियों ने केवल स्वरूप दर्शन के अलावा कुछ नहीं माँगा । ●कलयुग मे बृजवासियों की निस्वार्थ भक्ति व प्रेम 4521 वर्षो तक चलता रहा व उन्होंने श्रीकृष्ण से कुछ नहीं माँगा, तब श्रीकृष्ण ने बृजवासियों के लिए गिरिराज जी पर 612 वर्ष पूर्व सन् 1409 मे प्रतिमा रुप मे अवतार लिया । यह ही बृजवासियों की "पुष्टि भक्ति" है ! इसे हम "जीवन्त पुष्टिमार्ग" कह सकते है ! यह श्रीकृष्ण का "प्रतिमा अवतार" है जो आज श्रीनाथजी के रुप मे हमारे बीच है । हम श्रीवल्लभाचार्य जी के ऋणी है कि उस पुष्टि मार्ग की सरल शब्दों मे व्याख्या करके इस सरल व सर्वश्रेष्ठ भक्ति मार्ग को जन - जन तक पहुँचाया । श्रीवल्लभाचार्य जी प्रेम, समर्पण व त्याग की मुर्ति है । आज हम श्रीवल्लभाचार्य जी के प्राकृट्य दिवस के अवसर पर हमे श्रीवल्लभाचार्य जी व पुष्टिमार्ग को जानना, मानना व अपनाना है । यह विचार सीए. दिनेश सनाढ्य ने 544 वीं श्रीवल्लभाचार्य जी की जयन्ती (वैशाख कृष्ण एकादशी सम्वत् १५३५ (सन् 1478) - 07/05/2021) पर आयोजित वर्चुअल संगोष्ठी मे रखे ! सीए. दिनेश चन्द्र सनाढ्य - Chartered Accountant, Social Activist, Political Analyst, Spiritual Thinker, Founder of Life Management #dineshapna - 08/05/2021



 

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