Chartered Accountant,Social Activist,Political Analysist-AAP,Spritual Thinker,Founder of Life Management, From India, Since 1987.
Wednesday 19 May 2021
★नाथद्वारा मन्दिर सरकारी नियंत्रण से मुक्त हो !★ ●नाथद्वारा मन्दिर की स्थिति छ: दशकों से दिन प्रतिदिन ठीक नहीं चल रही है :- ५- मन्दिर के प्रसाद की गुणवत्ता घटाई जा रही है ! ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ पुष्टिमार्ग व श्रीवल्लभाचार्य जी के अनुसार वैष्णव को सर्वश्रेष्ठ भोजन श्रीनाथजी के भोग लगाना चाहिए तथा उस भोग को हमें प्रसाद के रुप मे ग्रहण करना चाहिए, परन्तु वर्तमान मे ऐसा नहीं हो रहा है ! क्योंकि जो कच्ची सामग्री खरीदी जा रही है वह उच्च गुणवत्ता पूर्ण नहीं है ! ●श्रीनाथजी का प्रसाद पूर्व मे जैसा मिलता था, वैसा आजकल नहीं मिल रहा है क्यों ? ●पूर्व मे कच्ची सामग्री - घी व अन्य, जो काम मे ली जाती थी उसके मुकाबले वर्तमान मे उतनी गुणवत्ता पूर्ण नहीं है, जबकि यह कार्य बोर्ड सदस्य व अधिकारी कर रहे है ! ●पूर्व मे जो प्रसाद की मात्रा व गुणवत्ता थी, जो वर्तमान मे नहीं है क्यों ? ●पूर्व मे सामग्रियों का निर्माण "समर्पण भाव" से सही तरीके व मात्रा के द्वारा किया जाता था, किन्तु आजकल सभी कार्य "व्यापारिक भाव" से किये जाते है ! इस सभी की जिम्मेदारी महाराजश्री की है, यदि वह यह जिम्मेदारी उठाने मे असमर्थ है तो उन्हें यह जिम्मेदारी एक बृजवासी को देनी चाहिए ! हिन्दू जाग गया :: बृजवासी जाग गया सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #19/05/2021 #dineshapna
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