Tuesday 15 June 2021

"विकास" के नाम पर धन का "विनाश" क्यों ? नाथद्वारा की आम जनता के 20 यक्ष प्रश्न ? विधायक का धन्यवाद, अन्य को सावधान ! विकास हेतु उपलब्ध धन का सदुपयोग हो ! ■नाथद्वारा विधायक जैसे तैसे धन लाते है, किन्तु अधिकारी व ठेकेदार उस धन को बबार्द कर रहे है !■ (१.१)नाथद्वारा मे चौपाटी पर पानी निकासी के लिए नाले के निर्माण पर करोड़ों रुपये खर्च किये जिसकी पोल पहली बारिश मे ही खुल गई, तो क्या यह बेकार था ? (२.२)कोबल स्टोन मे न लेवल का व न मजबूती का ध्यान रखा, तो क्या धन की बबार्दी है ? (३.३)यदि करोडों रुपये खर्च करके भी पानी की समस्या का समाधान नहीं तो करोड़ों रुपये खर्च क्यों किये गये ? (४.४)क्या नगरपालिका द्वारा किये गये उक्त निर्माण कार्यों का सामाजिक अंकेक्षण किया जाना चाहिए ? (५.५)क्या ईमानदार विधायक को जनता के धन का सदुपयोग सुनिश्चित करने के लिए सामाजिक अंकेक्षण का आदेश देना चाहिए ? ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ■नाथद्वारा विधायक नवीन योजना लाते है, किन्तु हकीकत मे योजना के मूर्तरूप मे मूलस्वरूप क्यों नहीं ?■ (६.१)पानी निकासी व कोबल स्टोन निर्माण की योजना की पोल पहली बारिश मे ही खुल गई, तो इसके लिए कौन जिम्मेदारी से क्षतिपूर्ति करेगा ? (७.२)क्या पार्क निर्माण, चौराहा निर्माण व अन्य योजना भी क्या पहली बारिश मे धराशायी हो जायेगी ? (८.३)जैसा कि पहले सिवरेज पाईप सही नहीं जोडने की समस्या आई थी, तो यदि यही हाल है तो क्या 13 करोड़ का सिवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बेकार नहीं होगा ? (९.४)नगरपालिका की जमीन, सुखाडिया नगर पार्क की जमीन,सिंहाड़ व नाथूवास तालाब की जमीन आदि पर अतिक्रमण नहीं रोक पा रहे हो तो थीम पार्क का क्या औतिच्य है ? (१०.५)जब नगरपालिका सड़कों पर अतिक्रमण से हो रही बदसूरती को नहीं रोक सकती है तो चौराहों व नगर के सौन्दर्यीकरण पर धन की बबार्दी क्यों ? ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ■नाथद्वारा विधायक सुविधाजनक योजनाएँ लाते है, किन्तु हकीकत मे क्यों ऐसी योजनाएँ अतिक्रमण के भेट चढ़ जाती है ?■ (११.१)लालबाग मे सुविधा युक्त बस स्टैण्ड बनाया, तो क्यों नगरपालिका ने लालबाग बस स्टैण्ड की जमीन मन्दिर से हड़प कर बेच दी ? (१२.२)फोरलेन ब्रिज के नीचे की जमीन पार्किंग हेतु होनी चाहिए, तो क्यों नगरपालिका सौन्दर्यीकरण के नाम पर जमीन बेकार कर रही है ? (१३.३)सरकार व नियम है कि प्रत्येक होटल / बहुमंजिला बिल्डिंग मे पार्किंग व्यवस्था अनिवार्य रुप से हो, तो क्यों नगरपालिका बिना पार्किंग व्यवस्था के निर्माण स्वीकृति देती है ? या नियम विरुद्ध कार्यों पर चुप क्यों ? (१४.४)विधायक चाहते है सुव्यवस्थित विकास / निर्माण कार्य हो, तो नगरपालिका सक्षम व्यक्तियों के नियम विरुद्ध निर्माण कार्यों पर चुप क्यों ? (१५.५)विधायक चाहते है नाथूवास / सिंहाड़ तालाब का सौन्दर्यीकरण हो, तो नगरपालिका यहाँ हो रहे अतिक्रमण पर मौन सहमति क्यों ? ◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆ ■नाथद्वारा विधायक बडी - बडी योजनाएँ लाते है, किन्तु हकीकत मे क्यों ऐसी योजनाएँ मौत व घोटाले का सफर बन जाती है ?■ (१६.१)विधायक फोरलेन लाये, किन्तु यह नाथद्वारा ऐलिवेटेड पुल व चौराहों पर मौत की सड़क बन गई ! जिसमें स्वयं कांग्रेसी नेता भी शिकार होते होते बचे ! (१७.२)विधायक फोरलेन लाये, किन्तु निर्माण मे कुछ भी सही नहीं सभी मे कुछ न कुछ कमियाँ है ! जैसे डिवाइडर, मोड़, ब्रिज, अण्डरपास, पानी निकासी, सड़क की गुणवत्ता, टोल वसूली आदी ! (१८.३)विधायक बस स्टैण्ड लाये, किन्तु नगरपालिका ने उसको बनाने मे लाखों रुपये व्यर्थ कर दिये, बाद मे श्रीनाथजी मन्दिर से किराए पर ली जमीन को ही बेच दी ! (१९.४)विधायक हाँस्पिटल लाये, किन्तु उसकी भी कुछ जमीन सब्जी मण्डी को दे दी, जिससे उसके विस्तार मे भविष्य मे दिक्कत आयेगी व वर्तमान मे व्यवधान हो रहा है ! (२०.५)विधायक बड़ी - बड़ी योजनाएं व विकास के लिए अपार धन तो लाते है किन्तु उसके धरातल पर सदुपयोग सुनिश्चित हो, उसकी कोई योजना नहीं है ! उन्हें पिछले 15 वर्षों के सभी विकास कार्यों का "सामाजिक अंकेक्षण" पारदर्शिता के साथ आम जनता से कराना चाहिए ! ●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●●● ★5 यक्ष प्रश्नों के 5 पूरक प्रश्न, विचारणीय बिन्दु व सुझाव !★ नाथद्वारा नगर पालिका के वार्ड नम्बर 2 के तेलियों का तालाब हाउसिंग बोर्ड में पानी की टंकी के पास एक गार्डन का निर्माण विगत कुछ वर्षों में हुआ और हाल में ही नाथद्वारा विधायक श्रीमान् डॉ. सीपी जोशी जी ने वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया था । ठेकेदार द्वारा घटिया निर्माण व नगरपालिका की अनदेखी से कल पहली बारिश में ही दीवार ढह गई । अच्छा हुआ यह हादसा रात को हुआ, दिन मे पार्क में बच्चे और कोलोनी वासी घूमते है । (१)नगर पालिका चेयरमैन, वार्ड पार्षद और जिम्मेदार अधिकारी तुरंत कार्यवाही कर पुनः निर्माण कराये । (२)विधायक महोदय के अथक प्रयास से लाये धन को बबार्द न करें । (३)इस घटिया निर्माण की जाँच कराकर दोषी व्यक्ति से नुकसान की वसूली कराई जाये । (४)सभी सार्वजनिक निर्माण की लागत, ठेकेदार का नाम व पता, निर्माण वर्ष बोर्ड पर अंकित करके मौका स्थल पर लगाये । (५)विधायक महोदय से निवेदन है कि पिछले पाँच वर्षों मे हुए सभी निर्माण कार्यों का आम जनता द्वारा सामाजिक अंकेक्षण कराकर आपकी मेहनत व ईमानदारी को सार्थक करें ! सीए. दिनेश सनाढ्य. - एक हिन्दुस्तानी #10-11-12-13-14/06/2021. #dineshapna









 

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