Friday 4 June 2021

★श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा की पालना हो !★ 【श्रीनाथजी की साक्षात् आज्ञा v/s वल्लभ कुल की आज्ञा !】 (i)श्रीनाथजी की "साक्षात् आज्ञा" मनुष्य के बनाये किसी भी विधान/नियम/कानून व वल्लभ कुल की आज्ञा से ऊपर है ! (ii)श्रीनाथजी ने सबसे पहले श्रीसद्दू पाण्डे जी (सनाढ्य) को "निज सेवा व दूध भोग" की "साक्षात् आज्ञा" की ! (iii)श्रीनाथजी ने उसके बाद धर्मदास बृजवासी व अन्य बृजवासियों को गाय दान, सेवा, खेलने, सुरक्षा व अन्य कार्य करने की "साक्षात् आज्ञा" की ! (iv)श्रीनाथजी ने तदुपरान्त श्रीवल्लभाचार्य जी को श्रीगिरिराज पधार सेवा प्रकार प्रकट करने की "स्वप्न आज्ञा" की ! (v)अतः उसके बाद वल्लभ कुल को कोई अधिकार नहीं है कि श्रीनाथजी की "साक्षात् आज्ञा" का उल्लंघन कर "सनाढ्य व बृजवासियों" को उनके अपने अधिकारों से वंचित करें या उसमें कमी करें ! ऐसा करना श्रीनाथजी की आज्ञा का उल्लंघन है, जो श्रीनाथजी के सेवक (महाराज श्री) को नहीं करना चाहिए ! सीए. दिनेश सनाढ्य - एक बृजवासी #05/05/2021 #dineshapna











 

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